बीकानेर,पंडित धर्मकांटे के पीछे वैद्य मगाराम कॉलोनी की गली एक साल से बंद पड़ी है। जब यूआईटी इसे नहीं खोल पाया तो लोग सूचना आयोग तक जा पहुंचे। पंडित धर्मकांटे के पीछे वाली गली को लोहे का गेट लगाकर बंद कर दिया गया है। वहां दिनभर दुकानदारों के वाहन खड़े रहते हैं। आस-पास रहने वालों को यदि कोठारी अस्पताल जाना पड़े तो हाइवे से गुजरना पड़ता है। सामाजिक कार्यकर्ता एनडी कादरी ने आम रास्ता खोलना और इसे बंद करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पिछले साल मई में यूआईटी को लिखा था।
उसके बाद आरटीआई में यूआईटी से कार्यवाही की जानकारी मांगी। जब यूआईटी ने किसी तरह की सूचना नहीं दी तो कादरी ने राज्य सूचना आयोग में अपील कर दी। राज्य आयोग ने द्वितीय अपील सुनवाई का नोटिस यूआईटी सचिव को जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। नहीं देने पर दंडित करने की चेतावनी दे डाली। तब यूआईटी ने 18 जनवरी को कादरी को पत्र लिखकर सूचना भेजने की बात कही, जो अब तक उन्हें नहीं मिली। दरअसल यूआईटी के अधिकारियों ने टिप्पणीयां और मौका रिपोर्ट भेजी ही नहीं। कादरी ने बताया कि सूचना आयोग को पत्र लिखकर यूआईटी सचिव के विरुद्ध अवमानना की कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।
यह मामला सामने आया है। तहसीलदार को कहा है कि मौका देखकर अतिक्रमण करने वालों को नेाटिस जारी किए जाएं नरेंद्र सिंह राजपुरोहित, यूआईटी सचिव निगम ने अतिक्रमण मान यूआईटी को लिखा पंडित धर्मकांटे के पीछे आम रास्ते पर अतिक्रमण की शिकायत कादरी ने नगर निगम भी की थी। निगम आयुक्त ने स्वच्छता निरीक्षक ओम प्रकाश जावा से मौका निरीक्षण कराया तो शिकायत सही मिली। क्षेत्र नहीं होने के कारण निगम ने कोई कार्रवाई नहीं की और यूआईटी सचिव को पत्र लिख दिया।
यूआईटी ने एडीएम के आदेश भी नहीं माने
एडीएम सिटी अरुण प्रकाश शर्मा ने अतिक्रमण के मामले में कार्यवाही करने के निर्देश यूआईटी सचिव को पिछले महीने दिए थे। लेकिन उनकी भी नहीं मानी। क्षेत्र के बाशिंदे मोहम्मद इसराइल ने एडीएम को पत्र लिखकर कहा था कि पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में राजनैतिक प्रभुत्व वाले लोगों ने आमजन की 60 फीट चौड़ी सड़क पर अतिक्रमण कर रास्ता बंद कर रखा है।
इसलिए प्रशासन दबाव में
दरअसल जिला प्रशासन इस आम रास्ते को खोलने को लेकर दबाव में है। क्योंकि कांग्रेस के कद्दावर नेता रामेश्वर डूडी का निजी आवास इसी गली में है। इसके अलावा बीजेपी नेता दीपक पारीक सहित राजनैतिक प्रभुत्व वाले कई लोग इस गली में रहते हैं। यह आम रास्ता है। यदि गेट सुरक्षा के लिहाज से भी लगाया है तो उसे दिन में आवागमन के लिए बंद नहीं किया जा सकता।