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बीकानेर। आज सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी के गोचर बचाओ आंदोलन को भाजपा से नहीं जोड़ने एवं व्यक्तिगत आंदोलन करार दिया, राठौड़ के उक्त स्टेटमेंट का भाजपा आईटी सेल के पूर्व जिलाध्यक्ष डूंगरसिंह तेहनदेसर ने पुरजोर शब्दों में विरोध किया और राठौड़ के बयान को गैर जरूरी बताया।

तेहनदेसर ने कहा कि देवीसिंह भाटी ने परमार्थ के लिए घर होम दिया इतिहास गवाह है, करीब 75 वर्ष की आयु में भी युवा नेता की भांति सक्रिय है जिससे कुछ नेता ईर्ष्या रखते है, उपनेता राठौड़ को बीकानेर के विषय मे शायद ज्यादा जानकारी नहीं है पर गत दिनों भाटी के गोचर बचाओ आन्दोलन के आह्ववान के तहत देहात भाजपा जिला कार्यकारिणी ने जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत एवं महामंत्री कुम्भाराम सिद्ध की अगुवाई में जिला कलक्टर नमित मेहता को ज्ञापन सौंपा था, इससे साबित होता है कि स्थानीय भाजपा का भाटी के आंदोलन को पूर्ण समर्थन है।
डुंगरसिंह तेहनदेसर ने बताया कि गत 13 जनवरी से भाटी का अनिश्चितकालीन धरना इस कड़ाके की ठण्ड में जारी है एवं भाटी खुद इस आयु अवस्था में भी जनता के बीच रहते है, भाटी के गोचर बचाओ आंदोलन की प्रदेशभर में चर्चा है, दो दिन पूर्व खाजूवाला के पूर्व विधायक, पूर्व संसदीय सचिव डॉ विश्वनाथ मेघवाल ने भी खाजूवाला विधानसभा के भाजपा नेताओं के साथ पहुंचकर भाटी के धरने को समर्थन दिया था, अब सोमवार को 24 जनवरी को नोखा विधायक पूर्व देहात जिलाध्यक्ष बिहारी लाल बिश्नोई भाटी के धरने में नोखा विधानसभा के भाजपा नेताओं के साथ पहुंचकर धरने को समर्थन देंगे।
राठौड़ के बयान को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है जब कि स्थानीय देहात भाजपा के नेताओं का समर्थन भाटी को प्राप्त है ऐसा दृषिटगोचर हो रहा है।

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