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बीकानेर,देव उठनी एकादशी से शुरू होने वाले विवाह समारोहों के चलते बाजार में दिवाली सा उत्साह बना हुआ है। कोरोना काल के बाद इस बार शादियों के सीजन में 20 हजार करोड़ के कारोबार की संभावना है। वहीं प्री-कोविड में यह कारोबार 12 हजार करोड़ रुपए के करीब था। इस वेडिंग सीजन राज्य में 6.5 लाख से अधिक शादियां होंगी। चार नवम्बर से शादियों का दौर शुरू हो जाएगा और जुलाई तक चलेगा। मुहूर्त नहीं होने से दिसम्बर और मार्च में कुछ दिन शादियां नहीं होंगी।

गत कुछ वर्षों में राज्य ने वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में अलग पहचान बनाई है। जयपुर, उदयपुर, बीकानेर, जोधपुर व जैसलमेर से लेकर कुंभलगढ़ और पुष्कर में डेस्टिनेशन वेडिंग की संख्या बढ़ी है। इन जगहों पर होटल मार्च तक के लिए बुक हैं। वहीं, खाटू श्यामजी, मेहंदीपुर बालाजी और सालासर धाम में भी धर्मशालाएं शादियों के लिए बुक हो चुकी हैं।

छोटे शहरों में भी हो रहीं शाही शादियां

इस बार शादियों में गुलाबी रंगों की सजावट को पसंद किया जा रहा है। शाही शादियों के लिए डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में राजस्थान तेजी से विश्व मानचित्र पर उभर रहा है। बड़े शहरों के अलावा अब छोटे शहरों में भी शाही शादियां हो रही हैं। शाही शादी करने वाले लोगों की मांग अच्छी लोकेशन की होती है।अरशद हुसैन, वेडिंग एक्सपर्ट

बढ़ेगा शादियोंसे व्यापार

कोरोना के बाद पहली बार शादियों में अलग तरह का उत्साह दिखाई देगा। मार्च तक की बुकिंग फुल है। इस वेडिंग सीजन में साढ़े छह लाख से अधिक शादियां होंगी, जिनसे 20 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा। दो साल बाद इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद है। रवि जिंदल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन

लोग आ रहे राजस्थान

एक वेडिंग सीजन में करीब 2000 विदेशी शादियां देश के अलग-अलग राज्यों में होती हैं। इनमें 50% शादियां राजस्थान में हो रही हैं। इनका बजट 20 से 25 करोड़ का होता है। शादियों के लिए 100 से 200 कमरे बुक होते हैं। 3 से 4 दिन तक मेहमान रुकते हैं और घूमते भी हैं।

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