बीकानेर,वर्तमान मे बीकानेर शहर तीरंदाजी खेल में सम्पुर्ण भारत वर्ष मे अपनी पहचान बना चुका है, जिसमें तीरंदाजी प्रशिक्षक गणेश लाल व्यास का विशेष योगदान रहा है। जहां एक ओर तो व्यास द्वारा तैयार किये गये खिलाड़ी वर्तमान में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे है तो एम. एम. स्कुल का प्रशासन तीरंदाजी प्रशिक्षण को हटाने एवं मैदान को सील करने में लगा है। ऐसे भी खेल जगत के लिए बेहद शर्म की स्थिति है कि एक पी.टी.आई. द्वारा ही खेल को नुकसान पंहुचाने की समस्त कार्यवाहीयां की जा रही है जिसमें उनके समर्थन में स्कुल के प्रधानाचार्य रधुवीर परसोयिा भी शामिल है। प्रधानाचार्य की ओर से व्यास को 05.05.2022 का एक पत्र देकर कहां गया की आप 2 दिवस में समस्त गतिविधियां बंद कर चाबियां सौंप दी जाये अन्यथा स्कुल द्वारा मैदान को सील किया जायेगा। जबकि स्कुल द्वारा 2013 मे व्यास को तीरंदाजी के प्रशिक्षण के लिए भी अनुमति दी गई थी, जिसको खारिज करने संदर्भ में न तो कोई स्कुल ने पत्र लिखा और ना ही अनुमति को अस्वीकृत करने की सूचना दी गयी। जबकि पी.टी.आई मुकेश रंगा द्वारा प्रशिक्षक गणेश लाल व्यास को फोन पर एवं घर जाकर डराया धमकाया जाता है और किसी स्थानीय नेता का हवाला देकर मैदान के बाहर निकालने फेकने को कहां जाता है। व्यास द्वारा समस्त खिलाड़ीयों एवं परिजनो को एकत्र कर जिला कलक्टर कार्यालय के आगे प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया गया, जिसमे अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर ने तीरंदाजी प्रशिक्षण न रूकने एवं मैदान को सील न होने का आवश्वासन भी दिया है।
पहले ही बिना किसी लिखित सूचना के कुछ कमरे एवं शौचालय बंद कर चाबियां जब्त कर ली गयी
एम. एम. ग्राउण्ड मे कुछ कमरे, पानी पीने के लिए वाटर कुलर और शौचालय आदि भी बने हुए है जो कि जब से बने तब से समस्त खिलाड़ी जैसे तीरंदाजी, किक्रेट, कसरत आदि खेलों के सामान रखने के कार्य मे आते थे, परन्तु इनकी अनैतिक सोच के कारण कुछ सप्ताह पुर्व पी.टी.आई रंगा द्वारा कोच गणेश लाल व्यास के निज आवास पर आकर डराया – धमकाया गया और बिना किसी लिखित सुचना के चाबियां मांग कर परेशान किया जाना लगा । जिससे मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर व्यास द्वारा कमेटी के सदस्य के कहने पर चाबियां दे दी गयी थी, जिसमें शौचालय की चाबियां वापस देने कि बात थी जो आज तक नही मिली और उनसे पुछने पर सिर्फ गाली – गलौच सुनने को मिलता है। ऐसे में महिला खिलाड़ीयों और लड़कियो को आने वाली समस्यओं के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योकि मैदान के एक किलोमीटर के आस पास कोई भी शौचालय मौजूद नही है। जिससे पैरा खिलाड़ीयों को भी काफी समस्यओं का सामना करना पड़ रहा है।
खिलाड़ीयो की मांग एवं सील करने पर भूख हड़ताल ….
आज हुए प्रदर्शन मे खिलाड़ीयों का कहना है कि एम.एम.स्कुल प्रशासन ये राजनीती खेल जगत के लिए नुकसानदायक साबित होगी, आगामी 22 मई 2022 में राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिताएं प्रारम्भ होनी है जिसमे राजस्थान से चयनित टॉप 12 मे 8 खिलाड़ी एम. एम. ग्राउण्ड के है, जिन्हे भ्रमित करने के लिए पी.टी.आई द्वारा ये समस्त कार्यवाहियां कि जा रही है। खिलाड़ीयों की मांग है कि उनकी जो भी समस्या है प्रधानाचार्य स्वयं आकर बात करे और मैदान का किसी भी परिस्थिति में सील ना किया जाये। साथ ही वहां चल रहे तीरंदाजी प्रशिक्षण को भी ना छेड़ा जाएं। अगर स्कुल प्रशासन द्वारा कोई भी संवेदनशील परिस्थिति पैदा होती है उसका जिम्मेदार भी स्कुल होगा और हम भुख हड़ताल भी करेंगे । ऐसे मे राजनिती के शिकर हुए एम. एम. ग्राउण्ड को राजनिती नया अखाड़ा कहने में कोई शर्म नही है।