












बीकानेर,आगामी 20 एवं 21 दिसंबर को जोधपुर के पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर स्थित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होने जा रहा पहला अंतर्राष्ट्रीय सारस्वत ब्राह्मण महासम्मेलन न केवल सारस्वत समाज के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ने जा रहा है बल्कि यह आयोजन सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक दृष्टि से एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक तो बनेगा साथ ही मारवाड़ के पर्यटन को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
*सामूहिक चेतना और वैश्विक पहचान का मंच*
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य संयोजक घनश्याम ओझा ने कहा कि यह आयोजन केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि “ब्राह्मण समाज की सामूहिक चेतना, आत्म गौरव और वैश्विक पहचान का प्रतीक बनेगा।”
उन्होंने कहा कि इस महासम्मेलन का उद्देश्य समाज की गौरवशाली विरासत को संजोते हुए भावी पीढ़ी के लिए उच्च शिक्षा, स्वरोजगार, उद्यमिता और नेतृत्व के नए मार्ग प्रशस्त करना है ताकि सारस्वत समाज राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को और अधिक प्रभावशाली ढंग से निभा सके।
सम्मेलन के मीडिया सहयोगी दिनेश के मोट ‘अंतश’ ने बताया कि दो दिन चलने वाले महासम्मेलन का उद्घाटन राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे। केंद्रीय सांस्कृतिक मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चित्तौड़गढ़ सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.पी. जोशी, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, सेना के पूर्व अधिकारी मेजर जनरल जी.डी. बख्शी तथा आई.ए.एस. नितिन आर. गोकर्ण सहित अन्य राष्ट्रीय स्तर के गणमान्य व्यक्ति अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।
*अभूतपूर्व तैयारियाँ*
स्वागताध्यक्ष हस्तीमल सारस्वत ने बताया कि सारस्वत समाज जोधपुर पहली बार इस स्तर के अंतर्राष्ट्रीय सारस्वत सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अमेरिका, ब्रिटन, कनाडा एवं अन्य देशों से 5000 से अधिक समाजबंधु इस महासम्मेलन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि जोधपुर मेहमान नवाजी में अपनी खास पहचान रखता है उसी के अनुरूप आने वाले मेहमानों के लिए जोधपुर की प्रसिद्ध मिठाइयों के साथ अन्य व्यंजन परोसे जाएंगे। सम्मेलन स्थल को नो प्लास्टिक जोन घोषित किया गया है और उसी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं की गई है।
महासम्मेलन के आध्यात्मिक पक्ष की जानकारी देते हुए समन्वयक कैलाश सारस्वत एवं महासचिव सुधीर सारस्वत ने बताया कि
श्रीचित्रापुर मठ के परमपूज्य सद्योजात शंकराश्रम स्वामी तथा श्रीकाशी मठ के परमपूज्य सम्यमिद्र स्वामी अपने दिव्य आशीर्वचन और मार्गदर्शक प्रवचनों से समाज को आध्यात्मिक दिशा प्रदान करेंगे।
सारस्वत समाज के अध्यक्ष आर. के. ओझा एवं डॉ. रामनिवास शर्मा ने महासम्मेलन को समाज को संगठित करने, संवाद बढ़ाने तथा सामूहिक निर्णय लेने का एक ऐतिहासिक मंच बताया। आरके ओझा ने बताया यह महासम्मेलन राजस्थान के इतिहास का पहला ऐसा सामाजिक आयोजन होगा, जिसमें संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अद्भुत समन्वय देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर समाज के इतिहास एवं समाज की विभूतियों की जीवनी का प्रकाशन सारस्वत गौरव ग्रंथ के माध्यम से किया जाएगा।
आवास व्यवस्था प्रमुख और पूर्व पार्षद मोहित ओझा ने जानकारी देते हुए बताया कि आगंतुकों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए शहर के 50 सामाजिक भवनों और 20 होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई है जहां समाज के कार्यकर्ता उनकी सेवा में हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आईंटी एक्सपर्ट रामदेव ओझा ने बताया कि पूरा आयोजन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आधारित रहेगा। कार्यक्रम में एआई आधारित डेटा मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा, जिससे उपस्थित लोगों की संख्या, आयु वर्ग तथा महिला-पुरुष अनुपात जैसे आंकड़े उपलब्ध होंगे। यह डेटा केवल आयोजन की सुचारु व्यवस्था के लिए उपयोग में लिया जाएगा और पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर विश्व स्तरीय ऐप को जारी किया जाएगा। इस ऐप के माध्यम से समाज की जनगणना, शादी, तथा एजूकेशन सहित सभी जानकारी उपलब्ध रहेगी।
*ग्लोबल एक्सपो: उद्यमिता और नवाचार का सशक्त मंच*
महासम्मेलन का प्रमुख आकर्षण ‘ग्लोबल एक्सपो’ रहेगा। कैलाश ओझा, नटवर भंडिया एवं राजेश ओझा ने संयुक्त रूप से बताया कि एक्सपो में 100 से अधिक स्टॉल लगाए जाएंगे जहाँ युवा उद्यमियों, महिला व्यवसायियों, शैक्षणिक संस्थानों, स्टार्टअप्स एवं सारस्वत समाज की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रदर्शन होगा।
एक्सपो समाज की प्रतिभाओं को वैश्विक मंच प्रदान करते हुए नेटवर्किंग और व्यापारिक सहयोग के नए अवसरों का सृजन करेगा। आवागम प्रभारी राजेश सारस्वत ने बताया कि 19 से 21 दिसम्बर तक तीन दिन के लिए आने वाले मेहमानों के आवागम हेतू 40 बसें और 70 कारों की व्यवस्था की गई है।
*युवा एवं महिला सशक्तिकरण पर विशेष फोकस*
महिला अध्यक्ष मंजू सारस्वत एवं महासचिव मधु शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गायत्री सारस्वत, कोषाध्यक्ष बबिता शर्मा तथा युवा अध्यक्ष पवन जोशी, महासचिव राकेश सारस्वत एवं मनीष सारस्वत ने संयुक्त रूप से बताया कि महासम्मेलन में युवाओं और महिलाओं की विशेष भागीदारी रहेगी। विशेष सत्रों में युवा नेतृत्व और नवाचार, महिला उद्यमिता: चुनौतियाँ और संभावनाएँ, डिजिटल युग में करियर के नए अवसर जैसे विषयों पर परिचर्चा और सेमिनार, महिलाओं के लिए विशेष संवाद सत्र एवं कार्यशालाओं में प्रसिद्ध वक्ता और लेखिक शेफाली वैद्य अपने अनुभव साझा करेंगी।
*समाज के भविष्य की ठोस कार्ययोजना*
आयोजन समिति के लक्ष्मी नारायण सारस्वत एवं प्रमोद लखनपाल ने बताया कि महासम्मेलन केवल विचार-विमर्श तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि समाज के भविष्य को दिशा देने वाले ठोस निर्णय लिए जाएंगे। इनमें विवाह योग्य युवक–युवती डेटाबेस का निर्माण, शिक्षा सहायता कोष को सुदृढ़ करना, रोजगार मार्गदर्शन केंद्र की स्थापना, देशभर में युवा एवं महिला मंचों को संगठित करना जैसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव शामिल हैं, जो आने वाले वर्षों में समाज की मजबूत आधारशिला बनेंगे। महासम्मेलन की तैयारी को लेकर के लिए धर्मेन्द्र ओझा, ललित सारस्वत, राकेश ओझा, विजय सारस्वत, पंकज जोशी, महेश ओझा, सुभाष गुरावा, रमाकांत सारस्वत, दिव्यांशु ओझा तथा महिला मंडल से रीना ओझा, मनीषा सारस्वत, भक्ति ओझा, अंजू मुद्गल, स्वाती शर्मा, रेणुका सारस्वत, कंचन जोशी, कविता गुड़गिला, दीपिका सारस्वत, श्रुति जोशी, किरण सारस्वत तथा प्रीति शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।
