
बीकानेर,बीकानेर में 8 लाख रुपए की लूट केवल गैस चूल्हा जलाने के लाइटर के दम पर की गई थी। ये लाइटर पिस्टलनुमा था। इस कारण पीड़ित भी डर के कारण इसे असली समझ बैठा। पुलिस ने आठ लाख रुपए, लूट में काम ली गई बाइक और इस लाइटर को भी बरामद कर लिया है।
मुक्ता प्रसाद नगर थानाधिकारी धीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया- मामले में रामपुरा बस्ती निवासी सिमरान कायमखानी और समीर कायमखानी को गिरफ्तार किया गया था। दोनों से लूट की रकम आठ लाख सात हजार रुपए बरामद कर लिए गए है। ये रकम परिवादी मोहम्मद साजिद अपने बकाया ऋण को जमा कराने के लिए परिचितों से एकत्र करके लाया था।
थानाधिकारी ने बताया कि दोनों के पास से एक पिस्टलनुमा लाइटर बरामद किया गया है। इसे दिखाकर ही लूट की वारदात की गई थी। ये पिस्टल सामान्य लाइटर है, जिससे गैस का चूल्हा जलाया जाता है। वारदात के दौरान डर के कारण पीड़ित भी इसे गौर से देख नहीं पाया।
मामले में एक आरोपी फरार
पीड़ित ने पुलिस को बताया था कि मकान का लोन चुकाने के लिए घर पर नौ लाख तिरासी हजार रुपए अपने जानकारों से लेकर आया था। इसी दौरान गुलफाम निवासी रामपुरा बस्ती बीकानेर का फोन आया। उसने कहा कि उसके बैंक में जानकार है, जिनके माध्यम से आपके बैंक के लोन में छुट हो जाएगी।
गुलफाम ने ही सिमरान व समीर को भेजकर कहा था कि उनके साथ मुझे बैंक जाना है। कुछ देर बाद एक बाइक पर घर पर सिमरान व समीर आये। उन्होंने पूछा, रुपया तैयार है। इसके बाद रुपए से भरा थैला उठाया तो समीर ने देसी कट्टा दिखाकर धमकाया। रुपयों का थैला छीन लिया। धमकी दी कि यदि उनका पीछा किया तो वो गोली मार देंगे। इसके बाद समीर और सिमरान मेरे घर से नौ लाख तिरासी हजार रुपए छीनकर अपनी बाइक पर भाग गए।
नौ लाख 83 हजार रुपए में से पुलिस ने आठ लाख सात हजार रुपए बरामद किए हैं। 20 मार्च की इस घटना के अगले दिन ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था लेकिन बरामदगी बाद में हुई। इस मामले में गुलफाम की तलाश अभी चल रही हे। इन दोनों को गुलफाम ने क्यों भेजा? उसकी मिलीभगत कितनी है, ये अभी जांच का विषय हे।