बीकानेर,शिववैली स्थित ऑनलाइन होम डिलेवरी ऑफिस में पांच दिसंबर को डकैती डालने वाले हर बदमाश के हिस्से में एक लाख 30 हजार रुपए आए थे। बदमाशों ने लूटी हुई रकम रात को ही आपस में बांट ली थी। नाबालिग से एक लाख 10 हजार रुपए बरामद कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। शेष पांच आरोपियों से बरामदगी के लिए पूछताछ जारी है। डकैती डालने वाले बदमाशों को गंगाशहर पुलिस ने रविवार सुबह कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें एक दिन का रिमांड पर भेज दिया गया।गंगाशहर एसएचओ राणीदान उज्जवल ने बताया कि मास्टर माइंड जसरासर का अशोक तर्ड होम डिलेवरी ऑफिस में काम करने वाले शेरूणा के पवन कुमार का भुआ का बेटा भाई है। दो महीने पहले वह डिलेवरी ऑफिस में आया था। उस वक्त पूरा मौका देख गया। बाद में उसने भाई पवन कुमार के साथ डकैती की योजना बनाई। फिर जसरासर के हेतराम, लालमदेसर छोटा के मदनलाल, जसरासर के बजरंग को प्लानिंग में शामिल किया।
डकैती के बाद आरोपी अशोक, हेतराम, मदन बोलेरो में सवार होकर तड़के सालासर रवाना हो गए। वहां मंदिर में दर्शन के बाद जब उन्हें मालूम चला कि पुलिस ने घरों में छापेमारी की टीमें पीछे लग चुकी हैं तो आरोपी गाड़ी लेकर हैदराबाद के लिए रवाना हो गए, जिन्हें पुलिस ने महाराष्ट्र के उस्मानाबाद से दबोच लिया। ऐसे ही बजरंग को अहमदाबाद और पवन कुमार को नोखा से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने कितने पैसे खर्च दिए है। लूटी हुई रकम कहां छिपा रखी है। उसके बारे में पता लगाने का प्रयास कर रहे है।