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बीकानेर.दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी को लेकर शहर में पटाखों की दुकानों के सजने का क्रम शुरू हो गया है। दुकानों के सजने के साथ पटाखों की बिक्री और गलियों में धूम-धड़ाके की आवाजें भी शुरू हो गई हैं। छोटे बच्चों को आकर्षित करने के लिए भी कई तरह के पटाखे बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इनमें विभिन्न रंगों की रोशनी निकालने वाले पटाखों के साथ मैजिक व चट-पट की आवाज निकालने वाले पटाखे बच्चों को खास पसंद आ रहे हैं। हालांकि दीपावली में चार दिन बाकी है, लेकिन दुकानें सजने के साथ ही बच्चों के पटाखों की बिक्री शुरू हो चुकी है।

आकाश में दिखेंगे रंग-बिरंगे आतिशी नजारे

इस बार बीकानेर का आकाश रंग-बिरंगे और आतिशी नजारों से आबाद होगा। इनमें स्टार एण्ड सन, जिगजैग, पैनोरोमा, गोल्ड कार्ड, आकाश अशरफी, पोलर स्टार, ब्यूटी वर्ल्ड आदि जमीन से छोड़ने पर आकाश में रंग बिरंगी रोशनी के नजारे बनाएंगे। वहीं गंगा जमुना, लाल पटाखे, इको फ्रेंडली बम सहित कई तरह के पटाखे भी बाजार में उपलब्ध हैं।

महंगे हुए पटाखे

दीपावली पर इस बार गत वर्षों की तुलना में पटाखे महंगे हुए हैं। बीकानेर फायर वर्क्स एसोसिएशन के सचिव वीरेन्द्र किराडू के अनुसार, वर्ष 2019 की तुलना में पटाखों के औसत भाव करीब 30 से 30 प्रतिशत तक बढ़े हैं। पटाखों में काम आने वाले रॉ मटेरियल, ट्रांसपोर्टेशन, गत्ता व पेपर के महंगा होने का असर इन पर पड़ा है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगने के बाद पटाखे गत्ते व पेपर में पैक हो रहे हैं।अच्छी बिक्रीकी उम्मीद

कोरोनाकाल के बाद इस बार दीपावली खुलकर मनाई जा रही है। दो वर्षों के बाद पटाखों की अच्छी बिक्री होने व जमकर आतिशबाजी होने की संभावना है।

पटाखा व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि अच्छी बिक्री की उम्मीद के कारण पटाखों का पर्याप्त स्टॉक किया गया है। पटाखा व्यवसायियों को धनतेरस से दीपावली तक अच्छी बिक्री की उम्मीद है।

बच्चों के लिए विशेष पटाखे

बच्चों के लिए निर्माताओं ने पटाखों की विशेष श्रृंखला तैयार की है। इनमें परम्परागत सांप, अनार, फुलझड़ी, टिकड़ी के साथ-साथ रंगीन रोशनी, मैजिक व आवाज निकालने वाले पटाखे तौ हैं ही। पटाखा व्यवसाय से जुड़े वीरेन्द्र किराडू के अनुसार बच्चों के लिए स्काई जैल, अनार, भीम की फुलझड़ियां, चिटपुट, क्रेजी किड, बटरफ्लाई, हेलीकॉप्टर, लाल हरी फुलझड़ी, सिग्नल रॉकेट, मैजिक व्हिप पटाखे खासतौर से इस बार शामिल किए गए हैं।

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