












बीकानेर,राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सचिव शरद केवलिया ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का व्यक्तित्व-कृतित्व अनुकरणीय है। उन्होंने प्रखर वक्ता, कवि, पत्रकार के रूप में भी अपनी अमिट छाप छोड़ी।
केवलिया गुरुवार को अकादमी सभागार में स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सुशासन दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। केवलिया ने कहा कि अटल जी राजनैतिक क्षेत्र में नैतिकता, शुचिता, गरिमा और मर्यादा के पक्षधर थे। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार हिंदी में भाषण देकर इतिहास रचा। केवलिया ने कहा कि सुशासन दिवस का उद्देश्य देश के नागरिकों को सरकार के कर्त्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में बताना व सुशासन के मिशन को पूरा करने के लिए जनकल्याणकारी नीतियों को प्रभावी रूप से लागू करना है।
इस अवसर पर अकादमी सचिव केवलिया ने अकादमी कार्मिकों को सुशासन-शपथ दिलाई तथा कार्मिकों ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान कनिष्ठ लेखाकार अंजली टाक, वरिष्ठ सहायक श्रीनिवास थानवी, सूचना सहायक केशव जोशी, कानसिंह, मनोज मोदी, रोहित कुमार स्वामी उपस्थित थे।
