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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान बीकानेर एवं “श्रीमती रामादेवी स्वामी  देवीलाल स्वामी” परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा वाचन हनुमान हत्था ओंकारेश्वर महादेव मंदिर परिसर” में बालसंत छैल बिहारी महाराज के मुखारविंद से कथा वाचन किया जा रहा हे।छठवें दिवस भागवत पूजन चुन्नीलाल शास्त्री द्वारा यजमान “रामादेवी धर्म पत्नी देवीलाल स्वामी परिवार, राजकुमार कुलभूषण इन्द्रभुषण स्वामी ने सपत्नीक परिवार द्वारा” करवाया गया।तत्पश्चात बालसंत छैल विहारी महाराज ने पंचाध्याई महारास प्रसंग की विस्तृत व्याख्या करते हुए बताया, “कि जीव रुपी गोपी ओर परमात्मा रुपी ईश्वर के विशुद्ध मिलन की लीला का नाम ही है महारासप्रसंग” बालसंत ने कहा कि भगवान की इस महारास लीला को काम की लीला समझने वाले पाप के भागी बनते हे। उपरोक्त महारास प्रसंगलीला काम पर विजय प्राप्ती का संदेश कहलायी। बङे बङे अम्लात्मा महात्मा भी पंचाध्याई महारास प्रसंग को समझते समझते मोह को प्राप्त हो गये।तत्पश्चात ‘भागवत कथा मे धर्मपरायण शिवशंकर जोशी के आतिथ्य मे “सजीव झांकी द्वारा भगवान कृष्ण रुक्मणी विवाह की मंगलमय परिणय विवाह की कथा बतलाई”।तत्पश्चात”भागवत कथा संस्थान के नितेश आसदैव ने बताया की.. कथा समिति में “नारायणदास राजकुमार स्वामी,कुलभूषण इंद्रभूषण स्वामी,रुपेश स्वामी,मजु बेबी सुर्या रुपेश स्वामी,विष्णु पांङे दिलीप कुमार पांडे, पुजारी अतुलकुमार शुक्ला, हरिकिशन नागल, ओमप्रकाश कुलरिया,,मुलचंन्द गेपाल, नितेश आसदेव, देवकिशन गैपाल,शिवशंकर जोशी,आदि सेवा प्रभार संभाले हुए है।।

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