बीकानेर,विगत दिनों विधानसभा में अनाधिकृत रूप से बीकानेर कांग्रेस पर आरोप लगाने वाले विधायक जेठानंद व्यास ने आज साबित कर दिया की वे अपना खुद का परिचय वहा दे रहे थे
वंशवाद का कांग्रेस पर आरोप लगाने वाले जेठानंद व्यास ने खुद विधायक बनने के बाद पहली राजनेतिक नियुक्ति भाजपा कार्यकर्ता को नहीं अपने सगे भाई को दिलाकर वंशवाद का जीता जागता उदाहरण पेश करते हुए दर्शा दिया की सता हमारे घर से बाहर नहीं पार्षद घर से, विधायक में खुद, राजनेतिक नियुक्ति सगा भाई वाह विधायक जी वाह
कब्जा करने का इनसे ज्यादा अनुभव और किसको हो सकता है पहले घर से आगे की जमीन की चारदीवारी घेरी और आज उसी चार दिवारी से बाहर लोहे के पिलर खड़े करके उस अनाधिकृत जमीन पर स्वयंभू मालिक बनने का नायाब उदाहरण है
भाजपा के लोग भी अब मुंह में मूंग डाले बैठे है अब उनको भूमाफिया, और वंशवाद का चेहरा दिखाई नही दे रहा जो की उनका खुद का व्यक्ति है
चुनाव से पहले जेठानंद व्यास ने 36 कोम का नेतृत्व करने की बात कही लेकिन राजनेतिक प्रतिनियुक्ति में सिर्फ ब्राह्मण और वो भी एक ही वर्ग से और वो भीं रिश्तेदार
भाजपा की कथनी और करनी में अंतर का प्रत्यक्ष उदाहरण है
और स्पष्ट है की जो जो बाते उन्होंने कांग्रेस के नेता और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को बदनाम करने के उद्देश्य से की उनका अक्षरश पालन वे खुद कर रहे है
“हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और”
कांग्रेस के ऊपर की गई अनर्गल टिप्पणी पर अब अविलंब माफी मांगे विधायक जेठानंद व्यास