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बीकानेर,बीकानेर स्थित लक्ष्मी निवास पैलेस में आज यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन ( यू.जी.पी.एफ.) के तत्वावधान में “सेवा परमो धर्मः” विषयक एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फाउंडेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने कहा कि आर्थिक चुनौतियाँ अब प्रतिभाशाली युवाओं के सपनों में रुकावट नहीं बनेगी। यूजीपीएफ ऐसे होनहार युवाओं की शिक्षा से लेकर कैरियर तक की संपूर्ण जिम्मेदारी उठा रही है।

रॉयल ने बताया कि यूनाइटेड फॉर्म ऑफ़ पीस फाऊंडेशन विश्व शांति, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और युवाओं के सशक्तिकरण जैसे 11 पावन उद्देश्यों के साथ “सेवा परमो धर्मः” के सिद्धांत पर कार्यरत है। शिक्षा व खेल के क्षेत्र में उन जरूरतमंद और प्रतिभाशाली युवाओं को मदद पहुंचाई जा रही है, जो आर्थिक कारणों से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। फाउंडेशन ऐसे विद्यार्थियों को देश के ख्यातिप्राप्त संस्थानों में प्रवेश दिलवाकर, उच्च शिक्षा के बाद उन्हें अच्छी नौकरी मिलने तक सम्पूर्ण खर्च उठाता है।

कार्यक्रम में फाउंडेशन के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने जानकारी दी कि पिछले 9 महीनों में फाउंडेशन ने ज़रूरतमंद विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, आर्थिक रूप से कमजोर कन्याओं के विवाह, गौसेवा आदि क्षेत्रों में 4 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन मानव को मूर्ति मानते हुए सेवा को धर्म समझकर कार्य कर रहा है। सामूहिक प्रयासों से यूजीपीएफ की सेवाओं का विस्तार हो रहा है ताकि जरूरतमंदों तक सहायता स्वयं पहुँच सके।
फॉउंडेशन के निदेशक शक्तिसिंह बांदीकुई ने ये भी बताया कि वे प्रतिभाशाली लेकिन ग़रीब विद्यार्थी जिनके 12 वीं में 90 प्रतिशत से अधिक नम्बर आये हैं उन्हें फॉउंडेशन कोचिंग और हॉस्टल की सुविधा निशुल्क मुहैया करवाएगा।इसके लिए उन्हें यूनाइटेड ग्लोबल पीस फॉउंडेशन के दफ्तर में या वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। बांदीकुई ने यह भी बताया कि फाउंडेशन नीति-निर्माताओं के साथ मिलकर ऐसी योजनाओं पर कार्यरत है जो देश के युवाओं को रोजगार गारंटी देने में मील का पत्थर साबित होंगी। इस मौके पर बीकानेर के समाजसेवी सीताराम कच्छावा, नारी शक्ति संगठन की अध्यक्ष मधु खत्री, ज्योति रंगा, तीरंदाजी कोच अनिल जोशी और विप्र फॉउंडेशन के धनसुख सारस्वत ने भी अपने विचार रखे।
बैठक में फॉउंडेशन की परिचयात्मक फ़िल्म और पर्यावरण पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फ़िल्म धुन प्रोजेक्टर पर दिखाई गई।

कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित शिक्षाविद, समाजसेवी, युवा प्रतिनिधि और उद्यमी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

यह गोष्ठी न केवल एक विचार मंच रही, बल्कि उन युवा प्रतिभाओं के लिए आशा की किरण भी बनी, जो संसाधनों के अभाव में अपनी प्रतिभा को आकार नहीं दे पा रहे थे। बैठक में एम.आर.एस.ग्रुप के डायरेक्टर पीटर डीसा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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