बीकानेर,श्री मुरली मनोहर गोचर संरक्षण समिति की ओर से देवेंद्र योग संस्थान, नोखा रोड भीनासर में भव्य आयोजन किया। जिसमें बीकानेर के गौसेवा व गोचर भूमि से जुड़े मुख्य मुख्य गौ भक्तों ने भाग लिया।
पिछले 50 वर्षों से भीनासर गोचर भूमि की 23 बीघा भूमि का हिस्सा देवेंद्र योग संस्थान को लीज पर दिया गया था। उपयुक्त संस्था ने इस भूमि पर पिछले कई वर्षों से सेवा कार्य किया।
दोनों संस्थाओं का विवाद कोर्ट में भी बहुत समय तक चला। पिछले 2008 से देवेंद्र योग संस्थान का कार्यभार देवाराम ककड़ संभाल रहे हैं। देवाराम ककड़ ने इस आयोजन के दौरान सार्वजनिक रूप से इस भूमि को गोचर भूमि में शामिल करने का घोषणा की।
इस महान कार्य में सत्यनारायण जी राठी, कन्हैयालाल सेठिया, नरसिंह दास मिमानी और राजेश लदरेचा का भी सहयोग रहा।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता भाई साहब त्रिलोकी कल्ला ने की। इन्होंने बिना किसी राजनेतिक लाभ के भीनासर गोचर भूमि व गौ शाला के लिए कई अविस्मरणीय कार्य किये। आपने गोचर भूमि को हरा-भरा करने हेतु 10,000 से अधिक पेड़ लगवाए व उनमें ड्रिप से सिंचाई की व्यवस्था की। तथा दो ट्यूबेल खुदवाये। व एक और ट्यूवेल प्रक्रियाधिन है। आपने गौ माता पर आये संकट (लंपी महामारी) के दौरान भीनासर गोचर भूमि में खोले गये कोरेन्टीन सेंटर में भी बहुत मदद की। श्री मुरली मनोहर मैदान में नगर निगम द्वारा पट्टे काटे जाने पर आपने इस मैदान को बचाने में हमारा बहुत सहयोग किया। आपने गोचर भूमि पर किसी भी तरह के संकट के लिए हमेशा साथ रहने का भरोसा दिया।
त्रिलोकी कल्ला ने इस कार्यक्रम के दौरान गौ, गोचर व पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रमुख रूप से जुड़े लोगों व संस्थाओं को प्रशस्ति पत्र दिये। जिनके नाम है-कृष्णा फाउंडेशन, जय गौ माता सेवा समिति, खाटू श्याम गो सेवा समिति, युवा गो सेवा समिति, जीव रक्षा दल, परमार्थ सेवा समिति आदि मुख्य संस्थाओं को निस्वार्थ भाव से सेवा हेतु प्रशस्ति पत्र दिए गए। इस आयोजन में श्री मुरली मनोहर धोरे से संत किशन महाराज गोचर भूमि में बने मंदिर पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्वामी महाराज कहा करते थे कि गोचर भूमि पर किसी भी रूप में अतिक्रमण करने वाले को भारी दोष लगता है अकाल मृत्यु तक हो जाती है इसलिए इस महापाप से बचना चाहिये। संत श्याम सुंदर महाराज ने गोचर भूमि में घास लगाने पर जोर दिया।
दुर्गा प्रसाद मिमानी, शिवकुमार सारडा, हरिकिशन डागा, बद्रीप्रसाद गहलोत, बृज रतन किराडू, बंशी लाल तंवर आदि ने अपने सुझाव दिये। इस अविस्मरणीय आयोजन को सफल बनाने में ताराचंद नोखवाल, रमेश गहलोत, हरिश गहलोत, निर्मल शर्मा, देवकिशन गहलोत, सत्यनारायण सोलंकी, अशोक, नंदकिशोर, सुभाष आदि टीम का सहयोग रहा। श्री मुरली मनोहर गोचर सरंक्षण समिति के अध्यक्ष कैलाश सोलंकी ने इस आयोजन में पधारें सभी गौ भक्तों का आभार व्यक्त किया तथा गोचर भूमि व गौ सेवा में अधिक से अधिक लोगो को जुड़ने की अपील की ताकि परेशान बेसहारा गौ वंश के लिए गोचर भूमि में अधिक से अधिक घास लगे तथा गोचर भूमि का उचित सदुपयोग किया जा सके।