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बीकानेर,जिले के समस्त चिकित्सा अधिकारियों की मासिक बैठक में मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण पर गहन मंथन हुआ। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेंद्र सिंह खींवसर द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों को संयुक्त निदेशक डॉ देवेंद्र चौधरी, उपनिदेशक डॉ राहुल हर्ष व सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को अक्षरश: पालन हेतु बताया। डॉ चौधरी ने सेक्टर स्तर पर चिकित्सा अधिकारी द्वारा मौसमी बीमारियों के सर्वे की सघन मॉनिटरिंग करते हुए डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर द्वारा की जा रही गतिविधियों का नियमित मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारी द्वारा मुख्यालय पर रहते हुए क्षेत्र में चल रही सब तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए ताकि किसी प्रकार की मौसमी बीमारी का फैलाव ना हो। डॉ राहुल हर्ष ने बताया कि जिस प्रकार से जिले भर में बारिश हुई है मच्छरों के प्रजनन के लिए बहुत ही अनुकूल समय है। ऐसे में समय रहते विभाग को मेहनत कर लेनी चाहिए ताकि अक्टूबर नवंबर में डेंगू मलेरिया के मामलों में वृद्धि ना हो। सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने आशा, एएनएम, नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ जन समुदाय द्वारा भी मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया से बचाव हेतु योगदान देने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की भूमिका रेखांकित की। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी संस्थान पर एंटी लारवा एंटी एडल्ट गतिविधियों हेतु आवश्यक सामग्री, दवाइयां तथा अन्य संसाधनों की कमी नहीं रहनी चाहिए। एक भी पॉजीटिव केस आने पर आसपास के 50 घरों में सघन सर्वे सुनिश्चित हो तथा स्वयं चिकित्सा अधिकारी द्वारा इसे क्रॉस चेक किया जाए। डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने एंटी लारवा तथा एंटी मॉस्किटो गतिविधियों के बारे में विस्तार से समझाया। जिला टीबी अधिकारी डॉ चंद्रशेखर मोदी ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत तथा निक्षय पोषण योजना की समीक्षा की वही निशुल्क जांच योजना की प्रगति भी प्रस्तुत की। डॉ नवल किशोर गुप्ता ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना तथा बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन संबंधी निर्देश दिए। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुकेश जनागल ने एएनसी, संस्थागत डिलीवरी, टीकाकरण तथा एमसीएचएन दिवस की गुणवत्ता की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ अनुरोध तिवारी ने वीबीडी सर्विलेंस तथा यूएनडीपी के योगेश शर्मा ने यू विन के प्रावधानों के बारे में बताया। इस दौरान कोलकाता में महिला चिकित्सक दुकांतिका को लेकर सभी चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। बैठक में सभी ब्लॉक सीएमओ, बीपीओ सहित जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।

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