बीकानेर। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर के तत्वाधान में च्च्रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास व रोगों की रोकथामज्ज् विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला का आगाज बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अंबरीश शरण विद्यार्थी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। प्रो. विद्यार्थी ने तन के साथ मन को भी तंदुरस्त करने की आवश्यकता बताई । उन्होंने बताया कि योग से शरीर, मन, चेतना और आत्मा को एकजुट करके संतुलन में लाया जाता है । जिसे योग हमारी रोजमर्रा की मांगों, समस्याओं और चिंताओं का सामना करने में सहायता करता है। प्राचार्य जयप्रकाश भामू ने सकारात्मक सोच की शक्ति के फायदों के बारे में बताया द्य उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच से मानसिक, शारीरिक, व सेहत का विकास होता है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रीति नरुका ने बाते कि कार्यक्रम में 300 से ज्यादा शिक्षकों, विभागाध्यक्षों, संकाय सदस्यों व विद्यार्थियों ने साथ शिरकत की व एक साथ ओनलाइन माध्यम से योगाभ्यास किया । आर्ट आफ लिविंग प्रशिक्षक मनीष गंगल ने कपाल भाति प्राणायाम, भस्त्रिका और अन्य योगासन करवाए । योग प्रशिक्षक पारस कोहली ने अभ्यास करके बताया कि योगिक श्वास की उपयोगिता व इसकी सक्रियता के बारे में योगाभ्यास करके बताया द्य रजिस्ट्रार डॉ मनोज कुरी ने ध्यान व प्राणायाम के लाभ पर प्रकाश डाला। डॉ महेंद्र भादु ने कार्यक्रम का संचालन किया व कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों व विशषज्ञों का आभार व्यक्त करते हुए आगामी दिनों में होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।