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बीकानेर, जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने सोमवार को सियाणा भैरव मन्दिर में ग्रामीण जल योजना के तहत 16.23 लाख रुपये की लागत से बने नलकूप का उद्घाटन किया।इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में पेयजल व्यवस्था सुदृढ़ीकरण की दिशा में महत्ती कार्य हो रहे हैं। जगह-जगह ट्यूबवेल और हैंडपंप स्वीकृत किए गए हैं। जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पेयजल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। पानी की नई टँकियां बनाई जा रही हैं। बीकानेर शहर की वर्ष 2052 की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लगभग 600 करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की गति रुकी नहीं है और हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। आज राज्य में नई सड़कें बन रही हैं। विद्युत व्यवस्था में आमूलचूल सुधार हो रहा है। नए स्कूल और कॉलेज प्रारम्भ किए जा रहे हैं। युवाओं के रोजगार के नए रास्ते खुले हैं। जल्दी ही पैंतीस हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। ऊर्जा विभाग में 2 हजार 670 पद भरे जाएंगे। जलदाय विभाग में भी नई भर्तियों की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति का सर्वांगीण विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में अनवरत कार्य हो रहा है।

डॉ. कल्ला ने आमजन से जल बचत का आह्वान किया तथा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति बूंद-बूंद पानी का महत्त्व समझे और इसका सदुपयोग करे।उन्होंने कहा, हमारे पूर्वज प्याऊ, कुँए और बावड़ियां बनवाते थे। शास्त्रों में इसकी बड़ी महत्ता है। उन्होंने जल को रत्न बताया और कहा कि इसके बिना जीव के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि सियाणा में विद्युत आपूर्ति सहित सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाएंगे। शीघ्र ही इसका समाधान किया जाएगा। इस दौरान मन्दिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों द्वारा डॉ. कल्ला का अभिनन्दन किया गया। इससे पूर्व उन्होंने शिलापट्ट का अनावरण कर तथा स्विच ऑन कर हैंडपंप का विधिवत उद्घाटन किया।
भैरव मंदिर में की पूजा अर्चना इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला ने सियाणा भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की तथा प्रदेश में खुशहाली की कामना की। कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा, कोलायत उपखण्ड अधिकारी प्रदीप कुमार चाहर, झंवरलाल सेठिया, सियाणा सरपंच मनोहर सिंह भाटी, हरि सिंह सांखला,भैरुं सिंह सांखला, बच्छराज छंगाणी, झंवरलाल ओझा, अशोक कुमार छंगाणी, गोपाल भादाणी, बुलाकी दास छंगाणी, धर्मेंद्र छंगाणी, रूपकिशोर ओझा और राजेंद्र कुमार छंगाणी आदि मौजूद रहे।

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