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श्रीडूंगरगढ़,बीकानेर,श्रीडूंगरगढ मे 37 नए कमरों की प्रायोजना के साथ श्री महाप्रज्ञ जन कल्याण केंद्र ( उपरलो तेरापंथ भवन) में द्वितीय विंग का शिलान्यास शुक्रवार को हुआ। शिलान्यास समारोह के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए क्षेत्रीय विधायक ताराचंद सारस्वत ने कहा कि भवन बनाना कोई बड़ी बात नहीं है किंतु यहां जिस योजनाबद्ध ढंग से काम हो रहा है वह महत्वपूर्ण है। श्रीडूंगरगढ़ की बसावट बहुत सुंदर है किंतु वह अतिक्रमण की भी शिकार है, गलियों में लोगों ने मनमाने ढंग से अतिक्रमण कर रखे हैं। श्रीडूंगरगढ़ के लोगों को सफाई व्यवस्था में प्रशासन का साथ देना चाहिए। सारस्वत ने कहा कि यहां एक भी ऐसा सरकारी भवन नहीं है जहां बैठकर कोई बड़ी बेठक की जा सके।तेरापंथ के दोनों भवन बहुत सुंदर और साफ सुथरे हैं। जैन समाज में अनुशासन बहुत है और इस अनुशासन का सुपरिणाम ये दोनों भवन हैं। यहां के वणिक समुदाय का अपनी जन्मभूमि के प्रति बहुत गहरा लगाव रहा है। यह जुड़ाव प्रशंसनीय कहा जा सकता है। उन्होंने श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में पेयजल की भारी किल्लत पर कहा कि अब नलकूप से पानी प्राप्त करना सरल नहीं रहा है, क्योंकि भूमिगत जल 1600 फीट नीचे चला गया है। लोगों को चाहिए कि पानी का बिल्कुल भी अपव्यय न करें और जिन लोगों ने अपने घरों में एक से अधिक जल कनेक्शन ले रखे हैं वे भी दूसरे का हक मारते हैं। उन्होंने कहां कि एक बड़ी पेयजल योजना स्वीकृत होने के करीब है उसके बाद श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में पानी की किल्लत नहीं रहेगी। विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष राम गोपाल सुथार ने मुख्य अतिथि के बतौर भाग लेते हुए कहा कि तेरापंथ ऊपरलो भवन बहुत ही सुंदर बना हुआ है और अब उसका जो विस्तार हो रहा है वह भी बहुत उपयोगी है। सरकार के स्तर पर भवन को जो भी सुविधा वांछित होगी उसे हम प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित रहेंगे। भामाशाह जतन पारख ने राजस्थानी भाषा में सम्बोधन करते हुए कहा कि आज यह खुशी का अवसर है, श्रीडूंगरगढ़ में कोई न कोई रचनात्मक गतिविधि जारी रहती है। यहां जो कक्षों का निर्माण हो रहा है वे एकरूपता लिए हुए होंगे। भवन में जो पूर्व निर्माण हुआ है उससे ये कमरे मिलते- जुलते रहेंगे। यहां शहर में दो तेरापंथ भवन हैं, किंतु दोनों ही समाज के हैं, उनमें कोई परस्पर विभेद नहीं है। भूमि पूजक परिवार से राजेंद्र कुमार एवं शांतिलाल राखेचा ने कहा कि हमारे लिए यह आज बहुत ही गौरव का अवसर है क्योंकि पूर्व में भी इस भवन का शिलान्यास हमारे माता-पिता के हाथों हुआ था।
कार्यक्रम मे विधायक ताराचंद सारस्वत राज्य मंत्री रामगोपाल सुथार मानमल शर्मा बजरंग लाल सेठिया माणक चद डागा जतनलाल पारख रिदधकरण लूनिया पनालाल पुगलिया फूसराज पुगलिया शान्ति लाल राखेचा राजेन्द्र राखेचा मंचासीन रहे।कार्यक्रम के प्रारंभ में वर्तमान अध्यक्ष बजरंग सेठिया ने स्वागत करते हुए कहा कि आज हमारे लिए बहुत ही गौरव का विषय है कि 2008 में बने हुए इस भवन का बड़ा विस्तार किया जा रहा है और यहां 37 नए कमरों के निर्माण की स्वीकृति दानदाताओं से प्राप्त हो चुकी है। उम्मीद की जा रही है कि यहां इस परिसर में 40 से अधिक कमरों का निर्माण होगा। उस निर्माण के बाद यहां समस्त कमरों की संख्या 100 से अधिक हो जाएगी। कोई भी बड़ा से बड़ा कार्यक्रम यहां संपन्न किया जा सकता है। बोथरा परिवार की झंकार देवी बोथरा ने कहा की श्रीडूंगरगढ़ में अनेक जनकल्याणकारी प्रवृत्तियां बढ़ रही हैं यह सुखद है। जो काम सौहार्द और स्नेह से होता है वह निश्चय ही कामयाब होता है। तेरापंथ समुदाय के दोनों भवन जनता के काम आते हैं इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है। पर यहां मैं कहना चाहूंगी कि कमरों का आकार- प्रकार छोटा न हो। कार्यक्रम का शानदार संचालन सामाजिक कार्यकर्ता एवं महाप्रज्ञ जन कल्याण केंद्र के मंत्री पन्नालाल पुगलिया ने किया। इस अवसर पर कक्ष प्रदान करने वाले दानदाताओं का मंच पर सम्मान किया गया। कार्यक्रम में नगर के सभी गणमान्य एवं विशिष्ट जन उपस्थित रहे।

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