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बीकानेर,रेलवे पर पर्यावरण अनुकूल रेल परिवहन के लिये रेल लाइनों के विद्युतीकरण का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर अब तक 2209 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण किया जा चुका है तथा प्रमुख मार्गों पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन प्रारम्भ किया जा चुका है। रेलवे द्वारा वर्ष 2023 के अंत तक सभी रेल मार्गों के विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इसी को ध्यान में रखकर उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा रेलवे वर्कशॉप में इलेक्ट्रिक इंजन के अनुरक्षण कार्य को प्रारम्भ किया गया है। इसी कडी में उत्तर पष्चिम रेलवे के डीजल लोको व वैगन वर्कशॉप, अजमेर में पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन को आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण के उपरान्त श्री विजय शर्मा, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे से वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार अजमेर लोको कारखाना प्रदेश का पहला कारखाना बन गया है जहॉ पर इलेक्ट्रिक रेल इंजन की मरम्मत का काम प्रारम्भ हो गया है। देश में यह काम अभी 8 रेल कारखानों में होता है। अजमरे कारखानें में प्रायोगिक तौर पर मैमू कोच को मरम्मत किया गया था, इसके बाद से ही इलेक्ट्रिक इंजन को मरम्मत करने की तैयारियॉ शुरू की गई थी। डीजल लोको व वैगन वर्कशॉप, अजमेर में पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन का आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण किया गया। इलेक्ट्रिक इंजन को आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण के लिये 13.08.2021 को वर्कशॉप में लाया गया तथा इसका कार्य 19.08.2021 से प्रारम्भ किया गया। इलेक्ट्रिक इंजन की आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण के दौरान उसके ट्रांसफार्मर, टेप चेंजर, वेक्यूम सर्किट ब्रेकर, ब्रेकिंग सिस्टम, मास्टर कन्ट्रोलर, रिले, मोटर, कम्प्रेसर, बोगी, पेन्टोग्राम तथा एयर ब्रेक उपकरण इत्यादि की गहन जांच कर अनुरक्षण करने के कार्य सफलतापूर्वक किये गये।

अजमेर में पहली बार इलेक्ट्रिक इंजन का आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण करने के दौरान कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पडा, जिनमें इस प्रकार के इंजन के अनुरक्षण से सम्बंधित सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करना, बाहरी मदद प्राप्त करना, स्टॉफ को विभिन्न गतिविधियों के लिये प्रशिक्षित कर उनको यूजर फ्रेन्डली बनाने, वर्कशॉप में ओएचई की उपलब्धता नहीं होना का प्रमुख थी।

रेलवे बोर्ड द्वारा लोको कारखाना, अजमेर को वर्ष 2021-22 के लिए कुल 3 लोको का लक्ष्य दिया गया है। कारखाना में कार्यरत् कर्मचारियों की दक्षता एवं कार्य-कुशलता के मद्देनजर चुनौती के रूप में डीजल इंजन की मरम्मत के बाद इलेक्ट्रिक इंजन के मरम्मत कार्य मिलने के बाद अजमेर कारखाना का अस्तित्व बरकरार रहेगा। लोको कारखाना, अजमेर द्वारा उक्त इलेक्ट्रिक लोको पीरियोडिक ओवरहॉल का कार्य पूर्ण कर एक नया आयाम हासिल किया है।

इलेक्ट्रिक इंजन को आवधिक मरम्मत व अनुरक्षण के उपरान्त हरी झण्डी दिखाकर रवानगी के अवसर पर यॉत्रिक विभाग के प्रमुख मुख्य यॉत्रिक इंजीनियर श्री विनीत कुमार सक्सैना, प्रमुख विभागाध्यक्ष, मुख्य कारखाना इंजीनियर, श्री आर. के. मूदड़ा, मंडल रेल प्रबन्धक-अजमेर, श्री नवीन कुमार परसुरामका, मुख्य कारखाना प्रबन्धक-अजमेर श्री अषोक कुमार अबरोल सहित विभागाध्यक्ष एवं अजमेर वर्कशॉप के रेलकर्मी उपस्थित थे।

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