बीकानेर राज्य के सरकारी महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों की पहली “परीक्षा’ इस साल होगी। दरअसल महात्मा गांधी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा की शुरुआत के बाद यह पहला मौका होगा, जब उसके पहले बैच यानी 2019-20 के परीक्षार्थी इस साल दसवीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल होंगे।
पूरे प्रदेश से महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक स्कूलों के लगभग 2000 विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे बीकानेर से परीक्षा देने वालों की संख्या 52 बताई जा रही है
राज्य सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण की व्यवस्था सत्र 2019-20 से जिला स्तर पर शुरू की गई थी, जिसके तहत हर जिले में एक सरकारी स्कूल को महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में परिवर्तित किया गया, जिनमें 19-20 में आठवीं तक के विद्यार्थियों को अंग्रेजी शिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई। फिलहाल, पूरे प्रदेश से चल रही हैं। करीब 90 हजार विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे है। सत्र 21-22 में इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ने वाले पहले बैच के करीब 2 हजार विद्यार्थी पहली बार 10 वीं बोर्ड की अंग्रेजी माध्यम से परीक्षा देंगे ये इन स्कूलों का पहला बोर्ड का बैच होगा, जो अंग्रेजी माध्यम से बोर्ड की परीक्षा देगा।
जिला स्तर पर अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में लगी कतार को देखते हुए सरकार ने शिक्षण सत्र 20-21 से ब्लॉक स्तर पर 168 सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तित किया, जिनमें 68 हजार 819 विद्यार्थी अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इन 168 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में शिक्षण सत्र 21-22 में नवीं की कक्षाएं चल रही है
मुख्यमंत्री ने 21-22 में 5 हजार की आबादी वाले हर गांव में सरकारी महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय खोलने की घोषणा की थी, जिसमें से विभाग ने अब तक 353 पांच हजार की आबादी वाले गांवों में स्थित सरकारी स्कूलों को महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में परिवर्तित कर दिया है तथा 178 सरकारी स्कूलों को महात्मागांधी अंग्रेजी स्कूलों में परिवर्तित करने के प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजे हैं।
सरकार द्वारा जिला स्तर पर स्थापित महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर पूर्व प्राथमिक कक्षाएं भी शिक्षण सत्र 21-22 में ही शुरू करने की घोषणा की थी जिसके तहत नवंबर 21 में ही इन स्कूलों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में लॉटरी से में प्रवेश दे दिए गए थे लेकिन कोरोना कीतीसरीलहर के कारण इन कक्षाओं के बच्चों को स्कूल नही बुलाया गया। लेकिन 16 फरवरी-22 से पूर्व प्राथमिक कक्षाओं के नर्सरी, एलकेजी तथा यूकेजी के बच्चों को भी स्कूल बुलाया जाने लगा है। शिक्षा मंत्री डा बी डी कल्ला ने विधानसभा में अगले शिक्षण सत्र से 1000 स्कूलों में पूर्व प्राथमिककक्षाएं शुरू करने तथा उनमें अंग्रेजी माध्यम से शिक्षण शुरू करने की घोषणा की है।