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लूणकरनसर तहसील क्षेत्र में चल रही यूरिया खाद व डीएपी की किल्लत से रबी किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तथा खाद की कमी से फसलों को नुकसान की संभावना है। गौरतलब है कि इलाके में कंवरसेन लिफ्ट नहर के सिंचित क्षेत्र व चार दर्जन गांवों में नलकूपों पर काश्तकारों ने रबी की सरसों, गेहूं, चना, जौ समेत अन्य फसलों का बिजान कर रखा है। इन दिनों सरसों की फसल में पहला सिंचाई पानी चल रहा है।ऐसी स्थिति में फसल के बढ़वार के लिए पहले पानी के स T थ यूरिया खाद की जरूरत है। इसके अलावा रबी की पछेती फसलों के बिजान में डीएपी की भी जरूरत है।

किसानों के बिजान को देखते हुए इलाके के किसानों की जरूरत के मुताबिक डीएपी के करीब 5-7 हजार थैलों की आवश्यकता जताई जा रही है। वही यूरिया खाद के तकरीबन एक लाख थैलों की बताई जा रही है। लेकिन इन दिनों लूणकरनसर की क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अलावा गांवों की सहकारी समितियों में भी यूरिया खाद का

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