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बीकानेर, श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ द्वारा आयोजित चातुर्मासिक कार्यक्रमों के तहत 28 दिवसीय गौतम लब्धि तप का आयोजन किया गया था। इस तप की शुरुआत गौतम लब्धि कलश की स्थापना के साथ की गई थी, जिसे 28 दिवस तक जप के साथ मंत्रोपूरित किया गया। सोमवार को गौतम लब्धि कलश के लाभार्थी शांतिलाल सेठिया परिवार के यहां बैंडबाजे के साथ शोभायात्रा निकाल कर स्थापित करवाया गया। साध्वी सौम्यप्रभा के सान्निध्य में विशेष पूजन व भक्तामर के साथ अजय-नीलम सेठिया ने भक्तिभाव के साथ कलश स्थापित किया। इस दौरान गौतम लब्धि तपस्वियों व सिद्धि तप करने वाली तपस्वियों का अभिनंदन किया गया। इसके साथ ही सोमवार का प्रवचन भी शांतिलाल सेठिया निवास पर हुआ। साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि भगवान से प्रीति करना सीखें, मन से प्रीति होगी तो ही परमात्मा मिलेंगे।  भक्ति करें भक्ति का दिखावा नहीं करें। उन्होंने कहा कि भक्ति में विश्वास और धैर्य होना बेहद जरुरी है। भक्ति ऐसी हो कि हम रहें या न रहें, लेकिन हमारी भक्ति अमर रहे। कार्यक्रम में डॉ. धनपत कोचर का अभिनंदन अजय सेठिया, विजय कुमार कोचर, नरपत सेठिया, विनोद बाफना, निर्मल धारीवाल, सुरेन्द्र जैन व रवि रामपुरिया द्वारा किया गया। ऋषभ सेठिया ने आगन्तुकों का स्वागत किया तथा नरपत सेठिया ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अजय बैद ने किया। गौरतलब है कि जाने-माने समाजसेवी शांतिलाल सेठिया पौषधशाला के ट्रस्टी हैं तथा धार्मिक आयोजनों में निरंतर अग्रणी रहते हैं। विशेषरूप से चातुर्मास प्रारंभ होने से पूर्व ही पौषधशाला का रिनोवेशन करवाने सहित अन्य तैयारियों में उनकी विशेष सहभागिता रही।

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