बीकानेर,जयपुर, राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैन समाज ककी प्रमुख मांगों में से एक श्रमण संस्कृति बोर्ड की स्थापना को मज़बूरी प्रदान की, जिसको लेकर समग्र जैन समाज ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और अगले एक – दो दिनों में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अभिनन्दन करने का निर्णय लिया।
*अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू* ने कहा की लगभग 10 से अधिक वर्षो से श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन की मांग विभिन्न अवसरों पर समग्र जैन समाज ने ना केवल राजस्थान सरकार के समक्ष राखी थी बल्कि केंद्र सरकार के पास भी यह मांग पहुंचाई थी की राष्ट्रिय स्तर पर भी श्रमण संस्कृति बोर्ड की स्थापना की जाये, 20 जुलाई को आचार्य काम कुमार नंदी महाराज की हत्या के विरोध में समग्र जैन समाज का भारत बंद आहवान के दौरान राजधानी जयपुर से एक 12 सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री आवास पर गया था और 5 प्रमुख मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम देकर आये थे उसमें भी इस मांग को प्रमुखता से रखा गया था, समग्र जैन समाज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार प्रकट करते है की उन्होंने सामज की मांगों पर अपनी आस्था दिखाई और मज़बूरी प्रदान की।
*कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रिय सचिव संजय बापना* ने भी श्रमण संस्कृति बोर्ड के गठन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया और कहा की श्रमण संस्कृति बोर्ड की स्थापना समग्र जैन समाज की प्रमुख मांग थी, विगत कुछ वर्षो से संतो से दुर्व्यवहार की घटनाएँ सामने आ रही थी, इसके अतिरिक्त पद विहार के दोरान सडक दुर्घटनाओ में संतो की हत्या, अभी हाल ही में कर्णाटक में आचार्य काम कुमार नंदी अम्हाराज की हत्या के अलावा जैन तीर्थ स्थलों पर कब्जे और मंदिरों में चोरी की घटनाओं से जैन समाज की आस्था का काफी ठेस पहुंच रही थी, जैन धर्म, संस्कार और संस्क्रती के संरक्षण व सुरक्षा को लेकर बोर्ड के गठन की मांग की जा रही थी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बोर्ड के गठन को मज़बूरी प्रदान कर ना केवल जैन समाज की आस्था का सम्मान किया है बल्कि जैन धर्म के प्रति अपनी आस्था भी प्रकट की है, जिसके हम्म सदेव आभारी रहेगे।