बीकानेर,डेंगू, मलेरिया, हीट वेव से बचाव, रोकथाम गैर संचारी रोग नियंत्रण से लेकर मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण जैसे सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों तथा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा, जांच योजना, टीबी मुक्त भारत जैसी फ्लैगशिप योजना द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से पूरा स्वास्थ्य महकमा एक छत के नीचे जुटा। स्थानीय टीबी क्लिनिक सभागार में संयुक्त निदेशक बीकानेर जॉन डॉ देवेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में जिले भर के समस्त अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, समस्त ब्लॉक सीएमओ तथा जिला स्तरीय अधिकारियों की मैराथन समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। डॉ देवेंद्र चौधरी ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को स्पष्ट किया कि राज्य सरकार द्वारा समस्त प्रकार की अवकाश स्वीकृति पर रोक लगा रखी है ऐसे में सभी चिकित्सक अपने मुख्यालय पर रहते हुए अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य सेवाएं देंगे। प्रतिदिन राष्ट्रीय कार्यक्रमों तथा डाटा इंद्राज की समीक्षा करेंगे और आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने समस्त अस्पतालों को फायर एनओसी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के निर्देश दिए जिसमें लापरवाही मिलने पर सख्त कार्यवाही की बात भी कहीं। उपनिदेशक डॉ राहुल हर्ष ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा अनुसार मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर में कमी लाना स्वास्थ्य विभाग का प्राथमिक कार्य है।
सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक गुरुवार एमसीएचएन की मॉनिटरिंग करते हुए टीकाकरण व प्रसव पूर्व जांच सेवाओं की गुणवत्ता सुधारी जाए। प्रत्येक माह की 9, 18 तथा 27 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में प्रति अस्पताल औसतन 25 से 30 लाभार्थियों को प्रसव पूर्व सेवाएं दी जाए तथा सभी चिकित्सक अपना शत प्रतिशत योगदान आमजन को राहत देने में लगाए। डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ योगेंद्र तनेजा द्वारा परिवार कल्याण, दो बच्चों पर नसबंदी, डिलीवरी के 30% प्रसूताओं को पीपी आईयुसीडी तथा सभी लक्षित योग्य दंपतियों को अंतरा, छाया व निरोध सुविधाओं से जोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही एनीमिया मुक्त बीकानेर कार्यक्रम की समीक्षा की। जिला टीबी अधिकारी डॉ सी एस मोदी ने टीबी मुक्त भारत व मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के बारे में बताया जबकि डॉ नवल किशोर गुप्ता ने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के बारे में आवश्यक जानकारी दी। एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ ने हीट वेव से बचाव तथा डेंगू मलेरिया रोकथाम पर विस्तार से चर्चा की। जिला कार्यक्रम समन्वयक मालकोश आचार्य ने आदर्श आचार संहिता हटने के साथ ही आईईसी गतिविधियों में तेजी लाने पर चर्चा की। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ अनुरोध तिवारी द्वारा मीजल्स सर्विलेंस पर समीक्षा की गई। डीपीएम सुशील कुमार, मनीष गोस्वामी, योगेश शर्मा तथा विनीत पुरोहित द्वारा पीसीटीएस, यू विन व अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्म पर डाटा इंद्राज की समीक्षा की गई। जिला कार्यक्रम समन्वयक ईशान पुष्करणा ने आयुष्मान कार्ड की ऐप के माध्यम से वितरण प्रक्रिया पर चर्चा की।
*एनसीडी में 75/25 अभियान पकड़ेगा जोर*
डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने एनपीएनसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत 25 / 75 अभियान के बारे में बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि 30 वर्ष आयु से अधिक के प्रत्येक व्यक्ति की बीपी, शुगर तथा कैंसर के लिए स्क्रीनिंग करते हुए उपचार व फॉलो अप किया जाना है। मई 2023 में शुरू हुए इस अभियान के अंतर्गत 500 दिवसीय कार्य योजना में 2025 तक गैर संचारी रोगों के 75% व्यक्तियों को स्क्रीनिंग उपचार व फॉलो अप सेवा से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि भारत गैर संचारी रोगों का की राजधानी बनता जा रहा है ऐसे में 60% मौत के पीछे एनसीडी ही होते हैं। अतः लक्ष्य अनुसार उपलब्धि आवश्यक है। उन्होंने आयुष्मान ई केवाईसी व कार्ड वितरण कार्य जल्द पूरा करने, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 21 जून तक जागरूकता व चलानिंग गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए।