जयपुर। प्रदेश में मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद विधायकों में उपजे असंतोष को दूर करने के साथ ही मंत्रिमंडल से वंचित 12 जिलों का सूखा भी अब खत्म करने की तैयारी चल रही है। 12 जिलों से मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए गए विधायकों को अब संसदीय सचिव बनाकर सरकार में भागीदारी देने की तैयारी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद बुधवार या गुरुवार को 12 से 15 संसदीय सचिवों की नियुक्ति की जा सकती है। संसदीय सचिवों में जातिगत, क्षेत्रीय संतुलन के साथ साथ परंपरागत वोट बैंक का भी ध्यान रखा जाएगा।
पहली बार जीत कर आए विधायकों को भी मिलेगा मौका
पहली बार जीत कर आए विधायकों को भी संसदीय सचिवों में एडजस्ट किया जाएगा। हालांकि जिन जिलों से कैबिनेट और राज्य मंत्री बनाए गए है वहां से भी संसदीय सचिव बनाए जाने को लेकर लॉबिंग तेज है।
सचिन पायलट कैंप से बन सकते हैं 4 संसदीय सचिव
इधर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट अपने खेमे से कम से कम 4 संसदीय सचिव बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं। अपने खेमे के पहली बार जीत कर आए विधायकों को सचिन पायलट सरकार में ए़डजस्ट कराने में पूरा जोर लगाए हुए हैं।
निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को मिलेगा मौका
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार बनने से लेकर सियासी बाड़ाबंदी तक सरकार का साथ देने वाले निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को संसदीय सचिव बनाना चाहते हैं। बताया जाता कि 3 से 4 निर्दलीय विधायकों और बसपा से कांग्रेस में आए तीन विधायकों को संसदीय सचिव बनाकर संतुष्ट किया जा सकता है।
मंत्रिमंडल से वंचित 12 जिलों का सूखा होगा खत्म, बनेंगे संसदीय सचिव
इन जिलों से ये विधायक बन सकते हैं संसदीय सचिव
जिला ——— विधायक
-उदयपुर—–, प्रीति शक्तावत
-प्रतापगढ़—- राम लाल मीणा
– डूंगरपुर——- गणेश घोगरा
– टोंक——– प्रशांत बैरवा
– सवाई माधोपुर— इंद्रा मीणा
-हनुमानगढ़—- अमित चाचाण
– गंगानगर—– जगदीश जांगिड़
-चूरु——— कृष्णा पूनियां
अजमेर—— राकेश पारीक
सीकर——– हाकम अली
नागौर——– मुकेश भाकर
धौलपुर——रोहित बोहरा
बसपा -से कांग्रेस में आए विधायकों में ये नाम चर्चा में
संदीप यादव, जोगेंन्द्र अवाना और वाजिब अली हैं। इसके अलावा निर्दलीय विधायकों में प्रमिला खड़िया, बलजीत यादव।
सचिन पायलट कैंप से ये नाम चर्चा में
मुकेश भाकर, राकेश पारीक, वेद प्रकाश सोलंकी और वीरेंद्र सिंह