बीकानेर, जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल मंगलवार को दियातरा के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया तथा आमजन की समस्याएं सुनी।
जिला कलक्टर ने सांखला फांटा से बज्जू तक सड़क के चौड़ाई और सुदृढ़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा कार्य को गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण किया जाए। जिला कलक्टर ने दियातरा में मनरेगा के तहत चारागाह विकास कार्य का अवलोकन किया। लगभग 150 बीघा क्षेत्र में सहजन के 800 पौधे तथा नीम एवं अन्य छायादार किस्मों के लगभग 700 पौधे के लगाए गए हैं। साथ ही यहां सेवण घास में लगाई गई है। जिला कलक्टर ने कहा कि यह क्षेत्र ग्रामीणों के लिए लाभदायक साबित होगा। इसकी नियमित देखभाल की जाए तथा यहां सुरक्षा के माकूल प्रबंध हों।
जिला कलक्टर ने दियातरा के माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा अधिक से अधिक बच्चों का आंगनबाड़ी से जुड़ाव रहे तथा बच्चों केंद्र की सभी सेवाओं का लाभ मिले। जिला कलक्टर ने इसी परिसर में संचालित विद्यालय की व्यवस्थाएं देखी और यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों से संवाद किया।
जिला कलक्टर ने दियातरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। यहां की सभी व्यवस्था दुरस्त पाए जाने पर इसकी प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के काउंटर पर पर्ची वितरण की व्यवस्था का अवलोकन किया तथा दवा वितरण केंद्र व्यवस्था भी देखी। उन्होंने डे केयर वार्ड, प्रसूति गृह आदि भी देखा।
जिला कलक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत लाभार्थी ओम प्रकाश तथा गुड्डी देवी के निर्माणाधीन आवास का निरीक्षण किया। जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि कार्य को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि तीनों किश्तों का भुगतान समय पर किया जाए।
जिला कलक्टर ने दियातरा के राजीव गांधी सेवा केंद्र में जनसुनवाई की। जन सुनवाई के दौरान आमजन से पानी, बिजली, स्कूल क्रमोन्नत करने व फसल खराबा से संबंधित प्रकरण प्राप्त हुए। इस पर त्वरित कार्यवाही के लिए जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि संबंधित पटवारी, फसल खराबे की निष्पक्ष जांच करते हुए रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें। इस दौरान जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, नशा मुक्ति तथा मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के बारे में जानकारी दी। जिला कलक्टर ने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखें तथा उनकी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग हो, ऐसे प्रयास किए जाएं। बच्चों को अधिक से अधिक खेलों में, पौधारोपण कार्य में तथा स्वच्छता के कार्यों से जोड़ें। उन्होंने कहा कि गर्भधारण से लेकर बच्चे के दो वर्ष के होने तक जच्चा बच्चा के पोषण का पूर्ण ध्यान रखें। उन्होंने ग्रामीणों से घरों में सहजन फली का पौधा लगाने का आह्वान किया और इसके औषधीय गुणों के बारे में बताया।
इस दौरान श्रीकोलायत के उपखंड अधिकारी प्रदीप चाहर, विकास अधिकारी दिनेश सिंह भाटी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मोहम्मद अबरार पंवार, मनरेगा के अधीक्षण अभियंता धीर सिंह गोदारा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।