बीकानेर,उत्तर भारत के जम्मू, लद्दाख, हिमाचल में हुई बारिश और बर्फबारी का असर ठंडी हवाओं के रूप में अब बीकानेर में दिखने लगा है। रात के बाद अब दिन का तापमान तेजी से कम हो रहा है। हवा में सर्दी घुलती जा रही है,मौसम में तेजी से बदलाव आ रहा है। चार दिन पहले तक दिन में पड़ रही धूप तेज लग रही थी। लेकिन अब दिन में हवा कुछ सर्द महसूस हो रही है। लोगों ने रात में गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए है। वहीं सुबह अब देरी से होने लगी है। आसमान में धुंध छाई रहने से सूर्य भी काफी देरी से नजर आते हैं। मौसम घुल रही ठंडक के चलते गुरूवार को दिनभर ठंडी हवाओं का जोर रहा। धूप खिली रही, लेकिन हवाओं के कारण मौसम में ठंडक भी घुली रही। वहीं, रात तक सर्दी का अहसास बढ़ गया। मौसम के जानकारों के अनुसार मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति नवंबर के अंत तक बनी रहेगी। वहीं,गुरूवार का अधिकतम तापमान२८ डिग्री से. और न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री से. दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी सात दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कमी के संकेत मिले है। दिन में हल्के बादलों की आवाजाही रहने के आसार है। पिछले दो दिनों से दिन में हल्के बादल आसमान में दिखे हैं। सर्दी की दस्तक से अब रात में सर्द हवा चलने लगी है। ग्रामीण क्षेत्रों में असर ज्यादा है। वहीं शहरों और कस्बों में भी सर्दी पडऩे लगी है। गांवों में लोग लबादे ओढऩे लगे है। हालांकि शहर में अभी ज्यादा असर नहीं है। लेकिन सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे स्वेटर और जैकेट पहनने लगे हैं। दिन का पारा सामान्य से दो डिग्री कम,रात को सर्द हवा दिखाने लगी असर
गड़बड़ाने लगा ट्रेनों का संचालन
एक ओर जहां रेलवे मौसमी आपदाओं से निपटने के इंतजाम पर्याप्त बताकर वाहवाही बटोर रहा है। वहीं दूसरी ओर कोहरे का अंदेशा जताकर रेलवे ट्रेनों के फेरे रद्द कर रहा है। जिससे पहले से टिकट बुक करवा चुके यात्रियों को परेशानी होना तय है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार घने कोहरे वाले क्षेत्रों में उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से संचालित होने वाली ट्रेनों का एक दिसम्बर से 28 फरवरी तक संचालन प्रभावित रहेगा। इसके चलते हर साल कीभांति हरिद्वार-इंटरसिटी को एक दिसंबर से 28 फरवरी 2023 तक श्रीगंगानगर से सहारनपुर तक चलाने का निर्णय किया है। इस कारण श्रीगंगानगर से हरिद्वार जाने वाले यात्रियों को सर्दी के मौसम में तीन माह तक बहुत अधिक परेशानी होगी। श्रीगंगानगर से हरिद्वार के लिए एकमात्र यही गाड़ी चलती है। यह गाड़ी श्रीगंगानगर रेलवे स्टेशन से अल सुबह 4.20 बजे चलती है तथा दोपहर बाद हरिद्वार पहुंच जाती है और वहां से दोपहर बाद चलकर वापस रात 12.10 बजे श्रीगंगानगर पहुंच जाती है। अब यह गाड़ी तीन माह सीधे श्रीगंगानगर से हरिद्वार तक नहीं जाएगी। जबकि यात्रियों को हरिद्वार जाने के लिए सहारनपुर से कोई अन्य गाड़ी पकडऩी पड़ेगी या फिर निजी बसों या सरकारी बस सेवाओं से हरिद्वार जाना पड़ेगा। इससे यात्रियों को अधिक किराया वहन करने के साथ परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा। वहीं अजमेर-अमृतसर द्वि-साप्ताहिक ट्रेन एक दिसम्बर से 25 फरवरी तक, अमृतसर-अजमेर द्वि-साप्ताहिक ट्रेन दो से 26 फरवरी तक संचालन प्रारम्भिक स्टेशन से रद्द रहेगा। इसके अलावा उक्त अवधि में रेलवे ने अजमेर-सियालदाह-अजमेर के मध्य 39 फेरे व डिब्रुगढ़-लालगढ़ ट्रेन का 3 दिसम्बर से 28 फरवरी के मध्य 16 फेरे रद्द किए हैं।