












बीकानेर,भिक्षायात्रा निकाल कर गोचर-ओरण संरक्षण के लिए रुद्राभिषेक एवं गोपाल गौयज्ञ के आयोजन किए गए, लेकिन सरकार व प्रशासन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। अब समय आ गया है कि कुछ कड़े कदम उठाए जाएं और सरकार को चेताया जाए कि वो गोचर ओरण के अधिग्रहण के बारे में सोचना भी बंद कर दे। यह बात राष्ट्रीय संत श्री सरजूदास जी महाराज ने सुजानदेसर स्थित रामझरोखा कैलाशधाम में संत-महात्माओं एवं गौरक्षकों की मीटिंग के दौरान कही। गोचर ओरण संरक्षण समिति राजस्थान (बीकानेर), अखिल भारतीय गोचर गोवंश संरक्षक संस्थान एवं अखिल भारतीय संत समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर श्री सरजूदास जी महाराज ने कहा कि यह बीकानेर का दुर्भाग्य है कि गोचर ओरण पर प्रशासन कब्जे की नियत बना रही है। आश्चर्य की बात है कि जो भाजपा सरकार सनातन की पक्षधर है, जो हिन्दुत्व की बात करती है और संत समाज का सम्मान करती है उसी सरकार में गोचर ओरण पर खतरा मंडरा रहा है। आगे की रणनीति पर मंथन करते हुए जनवरी माह में बड़ा आंदोलन, प्रदर्शन होगा जिसमें देशभर से संत समाज की भागीदारी तथा गौभक्तों का आगमन होगा। समय रहते यदि ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो आमरण अनशन जैसे कदम भी उठाए जाएंगे। बैठक को योगी सूरज नाथ, महंत शंकरपुरी जी, योगी विलास नाथ जी, महंत सुभाष गिरी जी, योगी ओमनाथ जी, योगी रामनाथ जी, योगी दीपक पुरी जी, विश्वत गिरी जी, पन्नानाथ जी, मदनदासजी, आकाशानंद जी महाराज, विमल गिरी, बंशी तंवर, शिव गहलोत, सूरजप्रकाश राव, कैलाश सोलंकी, मनोज सेवग, महेंद्र किराडू, नवदीप बीकानेरी, नवरत्न उपाध्याय, यशवेंद्र चौधरी, धर्मेंद्र सारस्वत, निर्मल शर्मा, विजय थानवी, हेम शर्मा एवं मिलन गहलोत ने विचार व्यक्त किए तथा आगे की रणनीति हेतु सुझाव दिए।
