दिल्ली-भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमाना बुधवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि खोजी पत्रकारिता की अवधारणा दुर्भाग्य से मीडिया के कैनवास से गायब हो रही है।
मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा, “एक व्यक्ति के रूप में जिसकी पहली नौकरी एक पत्रकार की थी, मैं वर्तमान मीडिया पर कुछ विचार साझा करने की स्वतंत्रता ले रहा हूं। दुर्भाग्य से खोजी पत्रकारिता की अवधारणा मीडिया कैनवास से गायब हो रही है। कम से कम भारत के संदर्भ में यह सच है। जब हम बड़े हो रहे थे, हम बड़े घोटालों को उजागर करने वाले समाचार पत्रों की उत्सुकता से प्रतीक्षा करते थे। समाचार पत्रों ने हमें कभी निराश नहीं किया। अतीत में हमने घोटालों और कदाचार के बारे में समाचार पत्रों की रिपोर्टें देखी हैं जिनके गंभीर परिणाम सामने आए हैं। एक या दो को छोड़कर, मुझे हाल के वर्षों में इतने परिमाण की कोई कहानी याद नहीं है। हमारे बगीचे में सब कुछ गुलाबी प्रतीत होता है। मैं इसके निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए इसे आप पर छोड़ता हूं।” सीजेआई वरिष्ठ पत्रकार श्री सुधाकर रेड्डी उडुमुला द्वारा लिखित पुस्तक “ब्लड सैंडर्स: द ग्रेट फॉरेस्ट हीस्ट” के विमोचन समारोह में बोल रहे थे।