बीकानेर.जिले में चल रहे मेला सीजन में पुलिस व प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। पैदल जातरुओं के चलते सड़कों पर आमजन का रैला चल रहा है, वहीं फर्राटे मारती गाडि़यों को रोकने-टोकने वाला कोई नहीं हैं। नतीजन चार हादसे हुए, जिसमें दो की मौत हो गई, जबकि आठ जने घायल हो गए। प्रशासन ने लोड बॉडी गाडि़यों में सवारियां ढोने व बसों की छतों पर सवारियां बैठाने पर पाबंदी लगाई थी, इसके बावजूद लोड बॉड़ी गाडि़यों में क्षमता से अधिक सवारियां ढोई जा रही हैं। शहर में पुलिस नाकों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मचारियों की नाक के नीचे से ओवरलोड और तेज ध्वनि वाले डीजे लगे वाहन गुजर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं हैं।
केस एक
सैरुणा से पूनरासर मार्ग पर शनिवार को तेज रफ्तार बस ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। सैरुणा से पूनरासर करीब 15 किलोमीटर के रास्ते पर मेले के दौरान तीन दिन यातायात का भारी दबाव रहता है। इसके बावजूद पुलिस व प्रशासन ने लापरवाही बरती और नतीजा दो को जान गंवानी पड़ी।
केस दो
पूनरासर से अंजनी माता मंदिर से थोड़ा आगे दो दिन पहले एक तेज रफ्तार पिकअप गाड़ी पलटा खा गई। पिकअप में सवार लोग जातरुओं की सेवा करके वापस लौट रहे थे। हादसे में सात लोग घायल हो गए, जिनमें से एक धीरज उपाध्याय की हालत चिंताजनक है, जबकि शेष युवकों के हाथ तो किसी के पैर में फ्रेक्चर हुआ है।
550 जवान थे तैनात, यातायात भी डायवर्ट
पुलिस ने सुरक्षा बंदोबस्त के लिए पूनरासर मेले में 550 से अधिक जवानों को तैनात किया। सुगम व सरल यातायात के लिए यातायात डायवर्ट किया, लेकिन पुलिस ने वाहनों की गति व फर्राटे से बाइक चलाने वालों पर शिकंजा नहीं कसा, जिसके चलते हादसे हुए। इतना ही नहीं, मेले में कई लोगों का सामान व मोबाइल चोरी हुए हैं। सूरतगढ़ के दिनेश, गंगाशहर के रामदेव, सतीश व कोडमदेसर के पवन, लूणकरनसर की अनिता व ज्योति का मोबाइल चोरी हो गया। वहीं मंदिर परिसर में एक महिला के गले से सोने की चेन तोड़ ली गई। बीकानेर जस्सूसर गेट क्षेत्र निवासी सत्यनारायण, सार्दुलगंज निवासी मदनलाल का बैग चोरी हो गया, जिसमें मोबाइल, 2500 रुपए व मंदिर में चढ़ाने के लिए चांदी का छोटा छत्र था। हालांकि इनमें से कई लोगों ने थाने में कोई रिपोर्ट भी नहीं दी, लिहाजा पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।