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बीकानेर राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में एक महिला को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर अनुकंपा नियुक्ति देने का मामला सामने आया है।

इसके बाद जिला कलक्टर ने मामले की जांच कर रिपोर्ट सरकार को भेजी है। विवि में सरिता शर्मा नामक महिला की अनियमित अनुकंपा नियुक्ति पर विवि के कई अधिकारियों की कार्यशैली और भूमिका संदेह के घेरे में है।

इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तथा प्रभारी मंत्री तक शिकायत पहुंची है। हालांकि अभी तक इसका कोई निस्तारण नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार विवि में रमेश कुमार गौड़ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। उसकी मृत्यु के बाद उसके सेवा अभिलेख में गोदनामा के आधार पर नरेश कुमार दत्तक पुत्र को अनुकम्पा नियुक्ति दे दी गई।

गोदनामा के नम्बर पर मुख्त्यारनामा मिला दर्ज

जांच में यह तथ्य उजागर हुआ कि नरेश कुमार द्वारा सब रजिस्ट्रार के यहां दर्ज जो गोदनामा प्रस्तुत किया था। उस नंबर पर अन्य किसी का मुख्त्यारनामा दर्ज है। विवि के अधिकारियों ने ग्रैच्युटी भुगतान के लिए नरेश कुमार से रमेश कुमार गौड़ का उत्तराधिकारी होने प्रमाण पत्र मांगा परन्तु नरेश ने असमर्थता प्रकट कर दी।

फिर पत्नी को अनुकम्पा नियुक्ति

बाद में नरेश कुमार की भी मृत्यु हो गई। जिस पर विवि के अधिकारियों ने सरिता शर्मा को नरेश कुमार की पत्नी मानते हुए अनुकंपा नियुक्ति दे दी। नरेश कुमार के दस्तावेजों की तरह ही सरिता शर्मा की शिक्षा संबंधी योग्यताओं के प्रमाण पत्र राज्य से बाहर के है। आरोप यह भी है कि इनका सत्यापन नियुक्ति से पूर्व

अधिकारियों ने नहीं कराया। सरिता ने नरेश कुमार की पत्नी होने का वैवाहिक प्रमाण पत्र देने के बजाय ब्राह्मण सभा हिसार का विवाह प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है। शिकायत कर्ता ने इस पर भी संदेह जताया है। इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत की गई। इस आधार पर जिला कलक्टर ने इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने अपने स्तर पर जांच सरकार को भी भेज दी है।

कमेटी ने की जांच

मेरी नियुक्ति से पहले का मामला है। जिला कलक्टर की ओर से गठित कमेटी ने पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। अब सरकार का जो भी निर्णय होगा, उस आधार पर विवि अनुपालना कर आगे कार्रवाई की जाएगी।

प्रो. सतीश के. गर्ग, कुलपति वेटरनरी विवि

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