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बीकानेर,बीकानेर के नवम राजा करण सिंह जी एक महान देशभक्त होने के साथ-साथ धर्म रक्षक भी थे, उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए कोई भी बलिदान बड़ा नहीं समझा उन्होंने अपनी वीरता एवं शौर्य से हिंदुत्व की रक्षा कर राष्ट्र को अनुग्रहित किया , ये उदगार आज क्षत्रिय सभा एवं ट्रस्ट सर्व समाज एवं बीकानेर की अन्य संस्थाओं के साथ आयोजित करण सिंह जी की जयंती के अवसर पर डॉक्टर सरोज राठौर ने व्यक्त किये ।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉक्टर चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने राजा करण सिंह के शौर्य और प्रताप के बारे में बताते हुए उन्हें एक पूर्णतया हिंदू सनातनी राजा की संज्ञा प्रदान की । समारोह में विशिष्ट वक्ता के रूप में साहित्यकार हिंगलाज दान रतनू ने बताया कि राजा करण सिंह जी ने बाहर से आये आक्रांताओं का सामना कर उनसे युद्ध किया एवं हिंदुओं को धर्म परिवर्तन होने से सनातन की रक्षा करी । इस अवसर पर क्षत्रिय सभा द्वारा अतिथियों का स्वागत,सभा के अध्यक्ष करण प्रताप सिंह सिसोदिया ने किया ।
समझ में बीकानेर शहर के गांड मारने नागरिक युवा शक्ति एवं मातृशक्ति ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और बहुत अधिक संख्या में इस समारोह में शामिल होकर समारोह को सफल बनाया। अतिथि के रूप में बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि बाई सा ने महापुरुषों की जयंती मनाए जाने के लिए सभा को साधुवाद दिया , जयपुर से पधारे अभिमन्यु सिंह रजवी ने अपने उद्बोधन में कहा कि बीकानेर की धरा के राजाओं का इतिहास वीरता एवं शौर्य के लिए जाना जाता है,उनमें से एक वीर योद्धा राजा करण सिंह जी भी हैं जिन्हें जय जंगलधर बादशाह की उपाधि से सम्मानित किया गया ।बीकानेरक्षत्रिय सभा के प्रवक्ता प्रदीप सिंह चौहान ने बताया की जयंती समारोह

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