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बीकानेर,आज राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय कोलायत में आजादी का अमृत महोत्सव 2021 के तहत महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. शालिनी मूलचन्दानी ने कहा कि आज पूरा विश्व एक नई दुनिया की संकल्पना कर रहा है जो गाँधी जी के शांति, सद्भाव और भेदभाव रहित समाज से जुड़ी हुई है। आज पूरा विश्व युद्ध और आतंक के मुहाने पर खड़ा है, समस्त राष्ट्र एक दूसरे को परस्पर सन्देह और अविश्वास की दृष्टि से देख रहे है, ऐसे में गाँधी दर्शन की उपादेयता और प्रासंगिकता उभर कर सामने आती है। कोरोना काल की त्रासदी और भयावहता ने यह सिद्ध किया कि गाँधी के विचारों और ‘ग्राम स्वराज’ जिसके अन्तर्गत गाँवों में आत्मनिर्भरता, स्वावलम्बन और कुटीर उद्योगों का विकास हुआ होता तो आज शहरों से पलायन की भीषण तस्वीर भूखमरी, बेरोजगारी, और गरीबी के जो हालात उत्पन्न हुए है वो स्थितियां उत्पन्न नहीं होती। डॉ. शालिनी मूलचन्दानी ने बताया कि गाँधी दृष्टि की महता को उच्च शिक्षा विभाग ने नवाचार के अन्तर्गत अपनाया है और उनकी आत्म-निर्भरता, स्वावलम्बन, स्वरोजगार और इससे जुड़ा आत्म विश्वास को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के लिए कौशल विकास के अन्तर्गत अनेक योजनाओं के रूप में कार्य किया जा रहा है।

मुख्य वक्ता श्री मुकेश कुमार स्याग सहायक आचार्य राजनीति विज्ञान ने कहा कि महात्मा गाँधी के शांति और अहिंसा तथा लाल बहादुर शास्त्री जी की सरलता, सहजता और उनके जीवन मूल्य किसी भी राष्ट्र को उन्नति व प्रगति के पथ पर अग्रसर कर सकते हैं। आज की युवा पीढी गाँधी और शास्त्री के सिद्धान्तों से पूरी तरह अवगत नहीं है इसलिए आज हिंसा और अराजकता का माहौल है इसलिए युवा वर्ग को गाँधी और शास्त्री के विचारों को अपनाना चाहिए।

राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. अर्चना ने गाँधी के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंगों को बताया । श्रीमती बिन्दू चन्द्रानी ने लालबहादुर शास्त्री के ‘जय जवान जय किसान नारे की सार्थकता को बताया। श्रीमती नारायणी ने युवाओं के लिए विशेष रूप से गांधी के विचार दर्शन और चिन्तन को अपनाने पर बल दिया।

कार्यक्रम में श्री नरेन्द्र सिंह, श्री गणेश छंगाणी एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ व विद्यार्थियों

कोटिया प्राणय डॉ. शालिनी मूलचन्दानी) प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय कोलायत

ने भाग लिया।

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