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बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान बीकानेर एवं “श्रीमती रामादेवी स्वामी देवीलाल स्वामी” नारायणदास स्वामी परिवार द्वारा “श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा देवीलाल स्वामी की पावन स्मृति मे “हनुमान हत्था नगर निगम के सामने स्थित “ओंकारेश्वर महादेव मंदिर परिसर” में बालसंत छैल बिहारी  महाराज के मुखारविंद से भव्य श्रीमद् भागवत कथा वाचन किया जा रहा हे। तीसरे दिवस भागवत का पूजन पंडित चुन्नीलाल शास्त्री द्वारा वैदिक विधि विधान से “कथा के यजमान कुलभूषण स्वामी परिवार द्वारा सपत्नीक करवाया गया। तत्पश्चात कथा प्रसंगो मे विस्तृत सृष्टि संरचना, विभिन्न 24 अवतारों की कथा,भगवान का विराट अवतार स्वरूप का वर्णन,वाराह अवतार,शिव सती प्रसंग ओर कपिल उपाख्यान, सांख्य योग अष्टांग योग,यम, नियम धारणा प्रत्याहार आदि प्रसंगो की विस्तृत व्याख्या करते हुवे बताया, भगवान कपिल द्वारा माता देवहुति प्रसंग बतलाते हुवे बालसंत ने कहा कि समस्त संसार भगवान का मायाचक्र है। संसारिक जीवन मे जीवात्मा ‘लोभ मोह रागद्वेष काम क्रोध जीवो के कर्मोस्वरुप मायाचक्र मे बंधन बनते हे। मोह आसक्ति जीवन मे बंधनो का मुल कारण,,मोह व कामना इच्छानुसार जीवन जीने की शैली दुखो का मूल कारण।अतः जीवन मे मोहविमुक्त अनासक्त जीवन जीने का अभ्यास करो।कथा समिति में “नारायणदास राजकुमार स्वामी,कुलभूषण इंद्रभूषण स्वामी,मंजुदेवी स्वामी, रुपेश स्वामी,दिलीप कुमार पांडे,मंदिर पुजारी अतुलकुमार शुक्ला, विष्णु पांन्ङे गजेंद्र,,अमित स्वामी,नितेश आसदेव, देवकिशन गैपाल आदि सेवा प्रभार संभाले हुए है।।

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