बीकानेर,श्री राव मंडला जी धरोहर सरंक्षण समिति द्वारा सारूण्डा में राव मंडला जी की 517 वीं पुण्यतिथि आज मनाई गई।
जिसमे सारुण्डा, चरकड़ा, सिलवा, टांट, हंसासर, जालौर के भंवरानी, सराना, पानवा, बैरठ, नेनास, चामू, खारिया सहित अनेक ठिकानों से मंडलावत परिवार के सेंकडों प्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सारुंडा ठाकुर शिव सिंह जी ने की। कार्यक्रम महन्त रेवन्त दास जी धोरा व आसपुरी जी के सानिध्य में हुआ। चरकडा सरपंच सवाई सिंह जी ने राव मंडला जी के इतिहास एंव जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राव मंडला जी महान योद्धा थे जिन्होंने अपने जीवन मे बहुत सारे युद्ध लड़े ओर जीते। राव मंडला जी जोधपुर के राव जोधा जी के भाई थे और बीकानेर के राव बीका जी के भतीजे थे जो बीका जी के साथ ही आये थे और राव मंडला जी ने बीकानेर स्थापना से 23 वर्ष पूर्व सन 1522 में सारूण्डा की स्थापना की तथा बीकानेर राज्य के स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया। रघुवीर सिंह सीलवा ने कहा हमें राव मंडला जी की धरोहरों को संरक्षित कर इतिहास को उजागर करना होगा ताकि भावी पीढ़ी ऐसे महान योद्धा से परिचित हो सके। प्रद्युमन सिंह भंवरानी ने मंडलावत परिवार की एकता की बात कही।
ठाकुर विजेंद्र सिंह सारुण्डा ने राव मंडला जी की छतरी, मूर्ति निर्माण तथा इतिहास संकलन का सभी को संकल्प दिलाया।
इस दौरान डॉ. युद्धवीर सिंह भवरानी, गणपत सिंह भवरानी, गोविंद सिंह सराना, महेंद्र सिंह सराना, भंवर सिंह चरकड़ा, पूर्व सरपंच गोविंद सिंह सारुण्डा, किशोर सिंह टांट, नंदू सिंह टांट, बीरम सिंह मेरिया, पूर्व सरपंच भूपेंद्र सिंह कक्कू, अमर सिंह नेनास, ठा सोहन सिंह सीलवा, तेजमाल सिंह सीलवा, प्रेम सिंह हंसासर, पूर्व सरपंच रूप सिंह हंसासर, ठा भंवर सिंह हंसासर, पूर्व सरपंच राणीदान सिंह, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राम सिंह चरकड़ा सहित अनेक ठिकानों से सेंकडों प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ. सवाई सिंह सारुण्डा एवम् चंद्र सिंह सारुण्डा ने किया।