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बीकानेर,महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के 19 वें स्थापना दिवस को विद्यार्थी समर्पित दिवस के रूप में मनाने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्थापना दिवस के गौरवमयी क्षत्रों को सदा-सदा के लिए तभी संजोकर रखा जा सकता है जब भविष्य के आलोक पथ के लिए हम कृतसंकल्प होकर मिलकर कार्य करे। आचार्य का अर्थ ही होता है, वह जो अपने आचरण से आदर्श की स्थापना करे। स्थापना दिवस से मेरी अपेक्षा है कि यहां के आचार्य अपने इस विश्वविद्यालय को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कृतसंकल्प होंगे।

राज्यपाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थागत दीक्षान्त समारोह आयोजित करवाने के नवाचार हेतु विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह को बधाई प्रेषित की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के केन्द्र ही नहीं होते है बल्कि उच्च लक्ष्यों, उच्च संकल्पों को साधने की शक्ति हासिल करने की ऊर्जाभूमि एवं प्रेरणास्थली भी होते हैं।
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों के लिए नवनिर्मित इनोवेशन सेन्टर एवं गार्गी महिला छात्रावास का लोकार्पण राज्यपाल द्वारा आॅनलाइन माध्यम से किया गया। उल्लेखनीय है कि इन दोनो भवनों के निर्माण में 4.80 करोड रू. का खर्च आया जिसका व्यय विश्वविद्यालय ने अपने आय स्रोतो से वहन किया है। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित स्थापना दिवस विशेषांक (यूनिवर्सिटी न्यूज़ लैटर) का भी विमोचन किया।
कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने अपने स्वागत उद्बोधन व प्रगति प्रतिवेदन में कहा कि विद्यार्थी हमारी पूॅजी है और उनके सर्वागीण विकास की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय आगे बढ रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को समर्पित इनोवेशन सेन्टर एवं गार्गी महिला छात्रावास इस रेगिस्तानी पश्चिमी सीमान्त क्षेत्र के विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा के अध्ययन करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में सूचना एवं प्रौद्योगिकी के विकास में साधक बनेगा तो वही दूसरी ओर महिला अभ्यर्थियों में परिसर में रहकर शिक्षा के प्रति अलख जगाने के उद्देश्य से उन्हें भविष्य में स्वरोज़गार के प्रति जागरूक करने का पुनीत कार्य भी कर रहा है।

सर्वप्रथम मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन के साथ स्थापना दिवस समारोह की स्थापना दिवस समारोह की प्रभारी अधिकारी डाॅ. मेघना शर्मा ने विश्वविद्यालय स्थापना दिवस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि स्थापना दिवस किसी भी संस्थान को अपने अतीत से प्रेरणा लेते हुए सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर करता है। आज विश्वविद्यालय के लिए आात्म निरीक्षण का दिन है। इस दिन हमकों यह विचार करना चाहिए कि जिन उद््देश्यों को लेकर विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी उन उद््देश्श्यों को हम पूरा कर पा रहे है या नहीं ?

कार्यक्रम के अंत में औपचारिक धन्यवाद विश्वविद्यालय कुलसचिव यशपाल आहूजा द्वारा ज्ञापित किया किया गया। समारोह में वित्त नियंत्रक श्री बनवारी लाल सर्वा, प्रो. अनिल कुमार छंगाणी, प्रो. राजाराम चोयल, डाॅ. रविन्द्र मंगल, श्रीमती योजना, उप कुलसचिव डाॅ. बिट्ठल बिस्सा सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं कार्मिक उपस्थित रहे।

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