बीकानेर में कही आग लग जाये या कोई डूब जाए समाज मे किसी को रक्त चाहिये तो 24 घण्टे अवेलेबल रहने वाले सावधान संस्था के राष्ट्रीय अध्य्क्ष अब हुए भाजपा से खफा आखिर क्या होगी हो सकती है वज़ह
आज दिनाँक 21,04,22को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के 8वर्ष की उम्र से ही जुड़े तथा सक्रीय सदस्य रहे साथ ही 80व90के दशक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला स्तरीय पदाधिकारी रहे जिनके कार्यकाल में स्कूल से लेकर बीकानेर संभाग व उदयपुर जिले तक की कॉलेजों में ए, बी, वी, पी, को हर पद पर चुनाव जिताने मैं विशेष सहयोगी रहे आज तक भाजपा मैं साधारण सदस्य रहे प्रोग्राम में दरी तक बिछाने वाले सक्रीय व समर्पित कार्यकर्ता रहे समाज सेवी रक्क्त दाता ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया व उनके साथ जुड़े लगभग 400से500तक सदस्य काफी समय से अपने आप को पार्टी में अपेक्षित यानी नजर अंदाज महसूस कर रहे हैं जबकि भाजपा मैं कई नए जुड़े या दुसरी पार्टी छोड़कर आये लोगो को पार्टी जरूरत से ज्यादा तवज्जो देती है ।जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है शहर भाजपा अध्यक्ष वास्तव में बहुत ही ईमानदार और सीधे होने के कारण उन तक जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की आवाज को पहुंचने नही दिया जाता है समर्पित कार्यकर्ता को पीछे धकेल दिया जाता है फ़ोटो खिंचवाने वाले लोगो की पार्टी में ज्यादा पूछ है ऐसे में अपने आप को आहत महसूस कर रहे भदौरिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ता माननीय अध्य्क्ष का सम्मान करते हुए बगैर किसी आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए सबका सम्मान करते हुए जल्द ही बी, जे, पी, बीकानेर इकाई से पृथक होने को मजबूर हो गए हैं भदौरिया ने कहा कि वो अब भाजपा से दूरी बनाएंगे ज्ञात हो भदौरिया ने पिछली बार भाजपा के द्वारा चलाये जाने वाले सदस्य्ता अभियान में खुद की और से 200से अधिक सदस्य तथा उनके कई साथियों ने भी सैकड़ों सदस्य बनाये थे उस समय पार्टी के कुछ स्वार्थी लोगों के द्वारा भदौरिया का नाम सक्रीय सदस्यता की सूची मैं नाम तक भी जानबूझकर नही डलवाया फिर भी भदौरिया ने पार्टी के प्रति अपनी वफादारी आज तक बरकरार रखी मगर अब अपने आप को व तमाम साथियों को अपेक्षित महसुस कर रहे भदौरिया जल्द ही पार्टी से दूरी बनाने जा रहे हैं।
कोंन है ठाकुर दिनेश भदौरिया-दिनेश भदौरिया पूरे भारत वर्ष में किसी का कोई बच्चा किसी के माँ बाप किसी का भाई तो किसी की बहन लापता हो गई हो तो उस समय बीकानेर ही नही अपितु पूरे राजस्थान से लोग भदौरिया के पास आते है।और अपनी पूरी टीम में एक फोटो मसज डाल कर सोसल मीडिया पर एक्टिव करके फिर खुद भी धरातल पर उतरते है ।आखरी दम तक अपना और अपनी पुरी टीम के साथ लापता अगर कोई एक दिन से तो कोई एक साल से उसकी पड़ताल करके भदौरिया ने अपना लोहा मनवाया है।
कोरोना में जब सब घरों में सो रहे थे तो भदौरिया पी बी एम की मोर्चरी के आगे तैयार खड़े मिलत्ते औऱ जिन लोगो को कोरोना के कारण घर वाले भी नही लेकर गए उनके लिये उनका दाग संस्कार से लेकर जो भी हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार होता है। उस हिसाब से भदौरिया उसके दाग संस्कार करके उनकी जो अस्थियां है वो घर वाले लेकर जाते तो ठीक अन्यथा भदौरिया बताते है की कोरोना काल मे गाड़िया बन्द होने के कारण हरिद्वार लोग लेकर जाते है लेकिन में हरिद्वार से बड़ा तीर्थ धाम कपिल मुनि जी की तपो भूमि को मानता हु क्योकि ये पानी भी गंगा से ही आया हुआ पानी है और देश के बड़े तीर्थ धामो में कपिल सरोवर का नाम भी है।
लावारिश लाशों का जो कोई नही होता उसका महिला है तो उसका भाई बनकर बुजुर्ग है तो उसका बेटा बनकर पूरी हिन्दू रीति रिवाज से उसका दाग संस्कार करवाकर भदौरिया अंतिम दीन गरीबो को भोजन करवा देते है।
समाज सेवा का जुनून ऐसा की आर पी एफ में अधिकारी रहते हुए नोकरी से वी आर एस लिया और समाज सेवा में उतर गए 60 से अधिक बार ब्लड डोनेट कर चुके भदौरिया एव इसके साथ पुलिश को भी पीछे छोड़कर काम करने वालो में से है भदौरिया कई बार जिले के पुलिस अधिकारीयो से जो काम नही हो सकता हो वो भदौरिया करके दिखाते है।और कोरोना में अगर किसी की जान बचती हो मेरे शरीर के किसी भी अंग से तो मुझे कोई एतराज नही ये स्टाम्प पेपर पर लिख देने वालो में से है भदौरिया
अब तक 25 हजार से अधिक लापता लोगो को उनके परिजनों तक पहुंचा चुके ठाकुर दिनेश भदौरिया
दस से पन्द्रह हजार लावारिस लाशों को हिन्दू रीति रिवाजों से दाग संस्कार कर चुके है ।
60 से अधिक बार ब्लड डोनेट करने वालो में प्रथम नाम है इनका और पी बी एम में कोरोना काल के दौरान किसिको ब्लड की तो किसी को खाने की जरूरत होती तो सभी के दिमाग मे दिनेश भदौरिया का ही नाम आता
1.सर्विस में रहते हुए केंद्र सरकार से 3 बार रेल्वे विभाग द्वरा सम्मान
2.सर्विस में रहते हुए भी विभाग से विशेस अनुमति लेकर किसी लापता को ढूंढने जाने के लिये विभाग के द्वरा छूट प्रदान थी
3.समाज सेवा में दो बार रास्ट्रीयपति एवार्ड प्राप्त कर चुके है
4.राज्य सरकार एव जिला प्रशासन के हाथों से कई बार सम्मान प्राप्त कर चुके है।
5.अपने आप का सम्मान ना करवाकर जो युवा वर्ग इनसे जुड़ा हुआ है उनको सम्मान पहले दिलाते है।
भदौरिया क्षत्रिय महासभा में भी पदाधिकारी है।और क्षत्रिय समाज के द्वरा भी कई बार इनको सम्मान दिया जा चुका है।