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बीकानेर,राजस्थान में लॉरेंस के गुर्गों का आतंक, अब सरपंच प्रति​निधि पर हमले के बाद दी सरेआम धमकी राजस्थान में लॉरेंस के गुर्गों का आतंक इस कदर फैल गया है कि आम लोगों के साथ ही जनप्रतिनिधि भी इनकी जद में हैं. आए दिन हमले और धमकियों का सिलसिला चल पड़ा है.इसी कड़ी में अब बीकानेर के एक सरपंच पर पहले जानलेवा हमले किए गए और फिर उसे सोशल साइट फेसबुक के जरिए सरेआम धमकी दी गई है…

जोधपुर. तीन राज्यों में दहशत का पर्याय बन चुका लॉरेंस आज भले ही जेल की सलाखों के पीछे है. बावजूद इसके उसके गुर्गे लगातार खौफ फैला रहे हैं. चाहे पंजाब हो या हरियाणा या फिर राजस्थान. इन तीनों ही राज्यों में लॉरेंस गिरोह की मजबूत पकड़ और नेटवर्क बना हुआ. जिसके बूते वो आसानी से किसी वारदात को अंजाम देते हैं. गत वर्ष सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दो दिन पहले सीकर में गैंगेस्टर राजू ठेहट की हत्या इसका जीता जागता उदाहरण है.

वहीं, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार तो कर रही है, लेकिन लॉरेंस गैंग का सफाया नहीं कर पा रहा है. जोधपुर जिले में भी लॉरेंस के गुर्गों का आंतक बना हुआ है. आए दिन कोई न कोई अपने आपको लॉरेंस गिरोह का बताकर सरेआम वारदात की घटनाओं को अंजाम दे रहा है. इसी बीच तीन दिन पहले बाप के बड़ी सीड सरपंच प्रतिनिधि भैरूसिंह पर लॉरेंस के गुर्गे अशोक कुमार ईशरवाल ने बीकानेर में जानलेवा हमला किया था. इस दौरान सरपंच की गाड़ी ठोक उस पर फॉयरिंग की गई और इसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले. इधर, घटना के बाद सरपंच भैरुसिंह ने बीकानेर में उक्त मामले की शिकायत दर्ज कराई. साथ ही उन्होंने बताया कि इससे पहले जून-जुलाई में भी आरोपी अशोक ने उन पर फॉयरिंग की थी, जिसमें वो बाल-बाल बच गए थे.

राजस्थान में लॉरेंस के गुर्गों का आतंक
पहले हमला और फिर धमकी: घटना के बाद भैरूसिंह परिवार के साथ वापस अपने गांव आ गया, लेकिन अगले ही दिन आरोपी अशोक ईशरवाल ने फेसबुक पोस्ट कर उसे धमकी दी. जिसमें आरोपी अशोक ने लिखा – ”मेरे पिता ने सीख दी है कि बेटा खुद मर जाना, लेकिन दुश्मन के परिवार को हाथ मत लगाना. परिवार के साथ थे, इसलिए छोड़ दिया. लेकिन जिस दिन अकेला मिल जाओगे उस दिन नहीं छोडूंगा.” अशोक ईशरवाल लगातार इलाके में अपनी दहशत फैला रहा है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई है. उसके खिलाफ कई मामले भी दर्ज हो चुके हैं. वहीं, बड़ी सीड में बड़े सोलर प्रोजेक्ट लग रहे हैं. ऐसे में वसूली के लिए सरपंच प्रतिनिधि पर आरोपी दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, पर उसकी धमकियों को दरकिनार करने की सूरत में सरपंच पर जानलेवा हमला किया गया.अशोक की फ्रेंड लिस्ट में रोहित गोदारा का नाम: सीकर में राजू ठेहट की हत्या के तुंरत बाद सोशल मीडिया पर लॉरेंस के गुर्गों ने इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. विदेश में बैठे बीकानेर निवासी रोहित गोदारा ने फेसुबक पर पोस्ट किया कि यह हत्या उसने कराई है. जिसका उसे कोई गम नहीं है. साथ ही उसने इस हत्याकांड में नागौर के ताराचंद कडवासरा की मौत पर दुख भी जताया था. फलोदी के अशोक ईशरवाल की फेसबुक फ्रेंडलिस्ट में रोहित गोदारा भी शामिल है. जिससे उसके इस गैंग से जुड़े होने की बात सामने आई है.

राजस्थान में लॉरेंस के गुर्गों का आतंक
जोधपुर के बाप, फलौदी और लोहावट में नेटवर्क: लॉरेंस को जोधपुर पुलिस ने 2017 में गिरफ्तार किया था. उसके बाद कुछ दिन वह जोधपुर जेल में रहा. इस दौरान उसका वहां नेटवर्क बन गया. जोधपुर जेल में बंद तस्करों के बूते उसने जिले के बाप, फलौदी और लोहावट क्षेत्र में अपने गुर्गे तैयार कर लिए. गाहे-बगाहे लॉरेंस का भाई अनमोल इस इलाके में कई बार आ चुका है. हालांकि, उसे लॉरेंस ने विदेश भेज दिया. इसके अलावा कई कुख्यात तस्कर अब भी उसके सीधे संपर्क में हैं. जिसके चलते इस क्षेत्र में ​बदमाश विदेशी हथियारों के साथ भी कई बार पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. इनमें अबोहर का कैलाश विश्नोई और फाजिलका का नवीन उर्फ आरजू भी शामिल है, जो लॉरेंस गैंग से जुड़ा था.

पुलिस के लिए बने चुनौती: लॉरेंस के नाम से जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में कई गैंग पनप गए हैं. 007 गैंग अपने आप को लॉरेंस से जुड़ा बताकर वसूली करता है. जिनके खिलाफ कई मामले भी दर्ज हो चुके हैं. निचले दर्जें के कई बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा भी है. हाल ही में जोधपुर शहर के राजीव गांधी थाना क्षेत्र में बदमाशों ने एक मकान खाली करवाने के लिए 007 उस पर लिख दिया था. साथ ही लॉरेंस के नाम से धमकी भी दी थी. हालांकि, उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया था, लेकिन जब उनको पकड़ा गया तो एक और गैंग सामने आया. उनसे भी ह​थियार बरामद किए गए.

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