बीकानेर,जयपुर, सुखदेव सिंह हत्याकांड में अब एनआईए की एंट्री हो गई है। एसआईटी और लोकल पुलिस अपने अपने स्तर पर जांच कर रही है और केस आगे बढ़ रहा है। केस से ताल्लुक रखने वाले शूटर्स पकड़े गए हैं और उनका साथ देने वाले लोग भी धरे जा रहे हैं। इस बीच एक और हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। गोगामेड़ी हत्याकांड में अब एक और जान चली गई है। इस मामले मंे अब अजीत सिंह की भी मौत हो गई है। अजीत सिंह को भी इस मामले में गोली लगी थी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गोगामेड़ी हत्याकांड में पांच को गोली लगी थी और उनमें से अब तक तीन की मौत हो गई है। दो अन्य अस्पताल में भर्ती है। इससे पहले मंगलवार दोपहर बाद सीन रीक्रियेट किया गया है।
अजीत सिंह इस केस में चश्मदीद थे। जिस समय शूटर्स वहां पर पहुंचे थे उस समय अजीत सिंह वहां मौजूद थे। फायरिंग में अजीत सिंह को भी गोली लगी और अब अस्पताल में अजीत सिंह ने दम तोड़ दिया। अजीत सिंह का परिवार पहले ही परेशान चल रहा है। अजीत के पिता कैंसर पेशेंट हैं। बड़े भाई की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। परिवार में कमाने वाले अजीत सिंह ही थे। पूरी जिम्मेदारी उन पर थी। लेकिन इस हत्याकांड में अब उनकी भी जान चली गई। अब परिवार के हालात खराब है। इस मामले में अब नरेन्द्र सिंह और एक अन्य युवक अस्पताल में भर्ती है। नरेन्द्र सिंहए गोगामेड़ी का गार्ड था। साथ ही दूसरा व्यक्ति वहां से गुजर रहा था।
अजीत सिंह की मौत के बाद अब जयपुर के एसएमएस अस्पताल के बाहर हालात बिगड़ रहे हैं। अजीत सिंह के परिजनों और समाज के लोगों ने रास्ता जाम कर दिया है। हालात देखते हुए पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया है और बेरीकेट लगाकर रास्ते बंद कर दिए हैं। रास्ता भी डायवर्ट कर दिया गया है। हालात ये हो रहे हैं कि अब पुलिस अधिकारी मौके पर जमा हो रहे हैं।
अजीत सिंह के परिजनों की मांग है कि अजीत की पत्नी जो एमए और बीएड पढ़ी हुई हैं, उनको सरकारी नौकरी दी जाए और परिवार का खर्च चलाने के लिए परिवार को पांच करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। अजीत सिंह की मौत के बाद अब परिवार के सामने बड़ा आर्थिक संकट आ गया है। वे इकलौते थे जो परिवार मंे कमाने वाले थे और एक नहीं तीन परिवारों का गुजारा कर रहे थे।
गौरतलब है कि अजीत सिंह, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के परिचित थे। पांच दिसम्बर को अजीत सिंह वहीं पर बैठे थे जब शूटर्स गोगामेड़ी के रूम में आए थे। इस दौरान फायरिंग में अजीत को भी तीन गोली लगी और कल उनकी मौत हो गई। अब इस केस में तीन हत्याएं हो चुकी हैं।
इस पूरे मामले में धरना प्रदर्शन बढ़ने लगा तो अब सरकार की ओर से पार्टी के सीनियर लीडर राजेन्द्र राठौड़ पहुंचे हैं। उनका कहना है कि मैं सरकार पक्ष की ओर से आया हूं और सरकार ने ही भेजा है। सीएम भजन लाल जल्द शपथ लेंगे। आपकी तमाम बातें मान ली जाएंगी। आपका प्रतिनिधी मंडल बैठकर बात कर ले अधिकारियों से। तमाम बातों पर सरकार सहमत है। राठौड़ ने कहा कि सरकार शपथ लेने को है। उल्लेखनीय है कि गोगामेड़ी हत्याकांड के बाद राजेन्द्र राठौड सबसे पहले पहुंचने वाले नेताओं में से एक थे। अब गोगामेड़ी केस में तीसरी हत्या होने के बाद भी राठौड़ ही सबसे पहले पहुंचे हैं।