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बीकानेर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में प्रधानाचार्यो, प्रधानाध्यापकों तथा व्याख्याताओं के खिलाफ करीब 2 हजार विभागीय जांच के प्रकरण निस्तारण का इंतजार कर रहे है। – इन प्रकरणों में कुछ गंभीर आरोपों

के प्रकरण है तो कुछ कम गंभीर मामले है । इसके अलावा कम परीक्षा परिणामों के प्रकरण भी निदेशालय स्तर पर बकाया चल रहे है। गंभीर प्रकृति के मामलों में गबन, चोरी, आदि के मामले आते है तो कुछ मामलों में उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करना, विभागीय निर्देशों की पालना नहीं करने जैसे प्रकरण भी शामिल है।

जानकारी के अनुसार विभागीय जांच अनुभाग में गंभीर प्रकृति के मामलों में 730 प्रकरण सीसीए 16 में बकाया चल रहे है जबकि सी सीए 17 में 59 मामले विचाराधीन बताए जाते है। प्राथमिक जांच के 961 मामले निदेशालय स्तर पर विचाराधीन है जिनमे प्राथमिक जांच के बाद तय होगा कि वे आगे दर्ज करने लायक है या नही। अगर दर्ज भी किए जाने है तो उनमें सीसीए 16 के गंभीर प्रकृति में दर्ज किया जाना है अथवा सीसीए 17 में जांच के लिए प्रस्तावित करना है। इसका निर्णय प्राथमिक जांच की रिपोर्ट पर निर्भर करता है।

इसके अलावा 352 प्रकरण सीसीए 17 में न्यून परीक्षा परिणामों के बताए जाते है। इनमें स्कूल का परीक्षा परिणाम निर्धारित मानदंडों से कम रहने की वजह से 271 प्रधानाचार्यों को सीसीए 17 की चार्ज शीट थमाई गई है जबकि

25 माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों तथा । 56 विभिन्न विषयों के व्याख्याताओं के परीक्षा परिणाम कम रहने पर उन्हें भी सीसीए 17 में कार्यवाही प्रस्तावित चल रही है।

विभागीय जांच प्रकरणों में अंतिम जांच रिपोर्ट के बाद उनमें प्रस्तावित कार्यवाही से पूर्व आरोपी को व्यक्तिगत सुनवाई का मौका दिया जाता है जिसे माध्यमिक शिक्षा निदेशक स्वयं व्यक्तिगत सुनवाई कर अंतिम फैसला देते है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि व्यक्तिगत सुनवाई के प्रकरणों में निदेशक द्वारा शीघ्र सुनवाई कर ए निस्तारण किए जाएंगे।

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