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हेमेरां.क्षेत्र के हेमेरां, शेरेरां, खारड़ा, राजेरां व रुणिया बड़ा बास में गत सितंबर में अतिवृष्टि से सैंकड़ों गरीबों के मकान ढह गए थे और कई परिवार बेघर हो गए थे। छह बाद भी इन परिवारों को अभी तक प्रशासन की ओर से मुआवजे की मरहम नहीं लगी है व गरीब परिवार अभी भी बेघर है। सितम्बर में अतिवृष्टि से इन गांवों में 350 से अधिक कच्चे पक्के

मकान ढह गए थे। वहीं 50 से अधिक परिवार बेघर हो गए थे। बेघर लोगों ने खेतों में तो कुछ परिवारों ने सरकारी विद्यालय में आसरा लिया था लेकिन अभी तक सरकारी मदद अब तक नहीं मिली है।

अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा अभी तक नही मिला है। जबकि प्रभावित हुए लोगों का सर्वे करवाकर ऑनलाइन आवेदन कर दिए। प्रशासन जल्द से जल्द प्रभावितों को मुआवजा दिलवाए। वहीं बेघर हुए लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत करे। महेंद्र गोदारा, सरपंच, राजेरां

अतिवृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे करवाकर प्रभावितों के का आवेदन लेकर उच्चाधिकारियों को भिजवा दिए हैं। आवेदन प्रक्रियाधीन है। जल्द ही मुआवजा मिल जाएगा। अशोक बिश्नोई, एसडीएम, बीकानेर

सर्वे हुआ,ऑनलाइन किया आवेदन

इस क्षेत्र में अतिवृष्टि के बाद जिला प्रशासन द्वारा सर्वे भी करवाया गया और मुआवजे के लिए ऑनलाइन आवेदन की किया। खारड़ा सरपंच विमला देवी सारस्वत ने बताया कि नुकसान के आकलन के लिए घर घर सर्वे भी किया गया। खारड़ा के मोहन सांसी टिडा राम सांसी का परिवार आशियाना ढह जाने के कारण सिर ढकने के लिए आज भी मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। छह माह बाद भी इनका परिवार गांव के सरकारी विद्यालय में आसरा लिए हुए है।

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