बीकानेर,मंगलवार की सुबह कोटगेट पर आम दिनों की तरह ही भीड़भाड थी। रेल फाटक बंद। जाम में फंसे लोग परेशान। तभी पदयात्रा करता हुआ कलाकारों का एक जत्था यहां पहुंचा। जो हाथों में अंडरब्रिज का मॉडल लेकर आए थे। उन्होंने कोटगेट के बीच में सड़क पर उसको रख दिया। कहने को भले ही वो एक प्रतीकात्मक अंडर ब्रिज था, लेकिन देखने वाला हर शख्स आज अचंभित था। आमजन के मन में सवाल उठा होगा कि सरकार की थोथी घोषणाओं के बीच चित्रकारों ने एक उम्मीद जागाई है, शायद इसके माध्यम से ही कुंभकरणी नींद में सो रही सरकार की आंख खुल जाए और रेल फाटकों की समस्या का कोई स्थायी हल निकल जाए। मौका था चि़त्रकारों के कलात्मक प्रदर्शन का। जिन्होंने ने अपने कल्पना के आधार पर अंडर ब्रिज का कलात्मक रूप से एक मॉडल तैयार कर सरकार को जगाने का एक प्रयास किया। साथ ही लोगों को भी जागरूक किया। चि़त्रकारों ने सवाल खड़े किए, क्या यह इस समस्या का स्थायी समाधान होगा, या इस बार भी यह चुनावी लॉलीपॉप है।
एमएम ग्राउंड से निकाली यात्रा,शहर की सबसे बड़ी समस्या का स्थायी हल निकले इसके लिए लोक नायक शहीद भगत सिंह संस्थान के चित्रकारों ने एक पहल की। कलाकारों ने एमएम ग्राउण्ड के आगे से सुबह 8 बजे से एक कलात्मक यात्रा शुरू की, नत्थूसर गेट, मोहता चौक, तेलीवाड़ा दाउजी रोड, जोशीवाड़ा से होते हुए कोटगेट पहुंची।जहां पर करीब दस बजे कोटगेट रेलवे फाटक पर पहुंची। जहां पर चित्रकारों ने अंडर ब्रिज का मॉडल रखा। संस्थान के अध्यक्ष राजकुमार राजपुरोहित ने बताया कि इस दौरान नुक्कड़ नाटक का मंचन कर लोगों को जागरूक किया। चित्रकार मुकेश जोशी सांचीहर और डा. मोना सरदार डूडी ने कहा कि चुनाव आते ही सरकार सक्रिय हो जाती है और घोषणाओं के पिटारे खोलती है। बीकानेर के लोग एक अर्से से इस समस्या का दंश झेल रहे हैं। लेकिन सरकार केवल झुठी दिलासी ही देती है।
यहां किया प्रदर्शन,चित्रकारों ने अंडर ब्रिज के मॉडल को गोकुल सर्किल, मोहता चौक, तेलीवाड़ा, कोटगेट पर प्रदर्शित किया। साथ ही लोगों को इससे अवगत कराया। प्रदर्शन में राजकुमार राजपुरोहित, डॉ.मौना सरदार डूडी, मुकेश साचीहर, मुकेश जोशी कमल जोशी, राम कुमार भादाणी आदि शामिल हुए।