बीकानेर,गोपेश्वर बस्ती स्थित शिव पार्वती मंदिर, माली समाज भवन में इन दिनों सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को कथा के तीसरे दिन व्यास पीठ पर विराजे पंडित मुरली मनोहर व्यास ने श्रीमद् भागवत का वाचन करते हुए द्रोपदी संवाद, भीष्म स्तुति सहित युधिष्ठर के अपने पौत्र परीक्षित की भविष्यवाणी ज्योतिष से पूछने और दुर्याधन द्वारा भीष्म पितामह के हाथों अर्जुन को मरवाने के लिए प्रेरित करने सहित अन्य प्रसंगो की श्लोक सहित व्याख्या की। महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि हमें बुजुर्गों के सामने झुककर चलना चाहिए। आप चाहे किसी पद पर पहुंच जाएं, लेकिन बड़ों का आदर-सम्मान करते रहना चाहिए, उन्हें वंदन करने से, उनका आशीर्वाद लेने से आपका कल्याण होता है। व्यास जी ने महाभारत के युद्ध का प्रसंग बताते हुए कहा कि वासुदेव ने प्रतिज्ञा की थी कि वे शस्त्र नहीं उठाएंगे। लेकिन, अपने भक्त का मान रखने के लिए उन्होंने शस्त्र उठाया भी और अपने भक्त के वचन की रक्षा भी की, इस प्रकार उन्होंने कहा कि मैँ अपने भक्त का नाश होते नहीं देख सकता। इसलिए भगवान अपने भक्त की रक्षा करते ही हैं। आप को भी भगवान का साथ चाहिए तो उनकी भक्ति करो। आयोजक सत्संग परिवार संस्थान के राजकुमार जैन ने बताया कि आज की कथा के मध्य ब्रम्हा जी की नाभी से उत्पन्न हुए भगवान विष्णु की सजीव झांकी सजाई गई। झांकियों की सज्जा का कार्य “श्री श्याम झान्की मंडल “द्वारा किया गया। झांकियों में निधि अग्रवाल- पिहू अग्रवाल –चारु अग्रवाल –मेहुल अग्रवाल और पूजा अग्रवाल ने विभिन्न पात्रों का सजीव प्रस्तुतीकरण किया!
महिलाओं की रही भारी उपस्थिति
कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं आसपास के क्षेत्र से उपस्थित हुई। महिलाओं की भारी भीड़ के चलते अस्थाई पंडाल बढ़ाया गया है। चातुर्मास में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का लाभ लेने दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जिनके लिए संस्थान की ओर से शीतल जल, अल्पाहार, चाय, ठण्डी हवा के लिए कूलर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जो बुजुर्ग नीचे बैठने में असुविधा महसूस करते हैँ, उनके लिए कुर्सियों का प्रबंध किया गया है।