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बीकानेर,इसी महीने कुछ दिन पहले की बात है मैं पब्लिक पार्क के पास किसी काम से गया था कुछ मिनट के लिए मैं सर्किल के पास रुक गया मेरी नजर एक बुजुर्ग व्यक्ति के ऊपर पड़ी मैंने देखा पार्क के ईर्द गिर्द लोहे की गिरील बनी हुई है उसके पास बिस्किट नमकीन जिसको बोलते हैं सिलोनी चींटियो के लिए रखी हुई थी उस बुजुर्ग व्यक्ति ने इसे उठाया साफ किया और खाने लगा मैंने पूछा अंकल ये उठाकर क्यों खा रहे हो उन्होंने मुझसे कहा मुझे शोक हे मैंने उनसे कहा अंकल ये यहां रख दो मैं आपको दूसरी दिला देता हूं

फिर मैं दूकान गया दुकानदार से बोला नमकीन है क्या उन्होंने कहा नहीं नमकीन मटर है मैंने अंकल से कहा ये दिलादु क्या अंकल ने कहा दिला दो मैंने अंकल को आराम से कुर्सी पर बिठाया फिर मैंने कहा
लीजिए अंकल
फिर मैंने अंकल से कहा चाय पियोगे अंकल उन्होंने कहा नहीं बेटा मना कर दिया फिर मैंने अंकल से कहा खाना खा लेते अंकल
खाने के लिए भी अंकल ने मना कर दिया मैंने कहा इसे पेट भर जाएगा और कुछ खा लेते फिर मैंने अंकल से कहा अंकल आपको भूख नहीं लगती उन्होंने कहा मुझे भूख नहीं लगती 10 । 15 दिन से परेशान थे मैंने कहा मेरे लायक कोई सेवा कोई काम हो तो बताओ
उन्होंने मुझसे कहा आप कौन हो मैंने कहा इंसान हूं
उन्होंने कहा कौन से धर्म से हो मैंने अंकल से कहा धर्म इंसानियत से हूं
इससे कितने लोग होंगे जो इसी तरीके से अपना पेट पालते हैं जितना मुझसे हुआ मैंने उनकी हेल्प की जितना आप से हो आप ऐसे लोगों की हेल्प जरुर करें अगर कहीं देखें इग्नोर ना करें
सहयोग आपका खिदमत हमारी रब से दुआ करते हैं आपसे हमसे ऐसे काम लेता रहे
अगर कहीं कोई गलती हुई हो तो माफी चाहता हूं

असहाय सेवा संस्थान बीकानेर
खिदमतगार खादिम सोसाइटी बीकानेर
आपका अपना खादिम ताहिर हुसैन

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