ऐश्रा के अलावा कक्षा 12 वीं से शैलेष बिठ्ठू ने अंतर्राष्ट्रीय रैंक 158 व जोनल रैंक 56, कक्षा 11 वीं से यशस्वी गर्ग ने अंतर्राष्ट्रीय रैंक 204 व जोनल रैंक 70, तनुश्री ने अंतर्राष्ट्रीय रैंक 205 व जोनल रैंक 71, कक्षा 12वीं के दिवाकर पुरोहित ने अंतर्राष्ट्रीय रैंक 293 व जोनल रैंक 79, आयुष मित्तल ने अंतर्राष्ट्रीय रैंक 294 व जोनल रैंक 80, कक्षा 12वीं से श्रीगोस्वामी ने जोनल रैंक 90 प्राप्त की है। संस्थान से 27 विद्यार्थी द्वितीय लेवल के लिए चयनित हुए है और 18 विद्यार्थियों ने मैडल प्राप्त किए है। चयनित हुए विधार्थियों ने बताया कि सिंथेसिस की प्रीफाऊन्डेशन और फाऊन्डेशन टीम की मेहनत, सिंथेसिस के स्टडी मेटेरियल व ओलम्पियाड आधारित विशिष्ट टैस्ट सीरीज के कारण उन्हें यह सफलता प्राप्त हुई है। इस अवसर पर सिंथेसिस डायरेक्टर्स व गुरुजनों ने विधार्थियो को विशिष्ट उपलब्धि पर हार्दिक शुभकामनाएं और उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।
बीकानेर,पुरानी शिवबाड़ी रोड़ स्थित सिंथेसिस इंस्टीट्यूट के प्रीफाऊंडेशन इंचार्ज इंजीनियर चिरायु सारवाल के अनुसार कक्षा 9वीं की छात्रा ऐश्रा भट्ट ने सिल्वर जोन द्वारा आयोजित इंटरनेशनल साइंस ओलम्पियाड में शत प्रतिशत अंक प्राप्त कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तथा नेशनल लेवल पर प्रथम रैंक हासिल की है। इनके पिता देवल भट्ट निजी क्षेत्र में कार्यरत है और माता सूची रावत प्राइवेट कर्मचारी है। विदित रहे कि पिछले वर्ष कक्षा 10वीं की छात्रा सिंथेसियन् यशस्वी गर्ग ने भी इसी ओलम्पियाड में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम रैंक प्राप्त की थी। लगातार दो वर्षों से सिंथेसिस के विधार्थियो ने ऐसा करके बीकानेर का नाम पूरे भारत में रोशन किया है।