जयपुर,सोमवार को जैन धर्म के दशलक्षण पर्व के अंतर्गत ” उत्तम संयम धर्म एवं सुगंध दशमी ” का पर्व मनाया जायेगा। इस दौरान जयपुर सहित देशभर के जैन मंदिरों में संध्याकालीन सायं 6.30 बजे श्रीजी की आरती के पश्चात जगत में फैली असुंगध को हटाने को लेकर श्रीजी के सम्मुख धूप खेरी जायेगी और जगत के वातावरण को सुगंधित किया जायेगा साथ ही विभिन्न मंदिरों में झांकियां सजाई जायेगी। जिसको देखने पूरा जैन समाज उमड़ेगा। राजधानी जयपुर के जनकपुरी जैन मंदिर में गणिनी आर्यिका रत्न गौरवमती माताजी के जीवन पर आधारित संजीव झांकी सजाई जायेगी।
*दशगंध हुताशन माँहि, हे प्रभु खेवत हो, मिस धूम करम जरि जाँहि, तुम पद सेवत हो …. का होगा गुणगान*
अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया की सोमवार को दशलक्षण पर्व का छठा दिवस रहेगा, इस दौरान जैन श्रद्धालु ” उत्तम संयम धर्म और सुगंध दशमी ” पर श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाएंगे और जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेघ, दीप, धूप, फल, अर्घ चढ़ा जिनेन्द्र पूजन करेगे। इस दौरान श्रावकों द्वारा दशगंध हुताशन माँहि, हे प्रभु खेवत हों। मिस धूम करम जरि जाँहि, तुम पद सेवत हों। चौबीसों श्री जिनचंद, आनंद-कंद सही, पद-जजत हरत भवफ़न्द, पावत मोक्ष मही का गुणगान कर सुंगध दशमी की धूप खेरते हुए जिनेन्द्र प्रभु से जगत में फैली असुगन्ध को मेटने और वातावरण को सुगंधित करने की प्रार्थना करेंगे।
*जनकपुरी जैन मंदिर में होगा गणिनी आर्यिका गौरवमती माताजी पर आधारित संजीव झांकी का मंचन*
अभी हाल ही में 25 अगस्त को जैन धर्म की सर्वोच्च साध्वी गणिनी आर्यिका रत्न गौरवमती माताजी का देवलोकगण हो गया था, जनकपुरी प्रबंध कार्यकारिणी, जैन युवा मंच और महिला मंडल ने संयुक्त रूप से माताजी की स्मृति में माताजी के जीवन पर आधारित संजीव झांकी लगा उन्हे विनयांजलि देने का निर्णय करने के बाद ” गौरवमयी गाथा ” संजीव झांकी लगाई है। जिसका उद्घाटन सायं 6.30 बजे समाजसेवी अनिल जैन धुंवा वाला परिवार करेगा। इस दौरान कैलाश चंद ठोलिया, मनफूल, कनफूल देवी जैन, रमेश चौधरी, अध्यक्ष पदमचंद बिलाला, कमलेश जैन, सुनील सेठी, राजेश, राकेश सेठी (कलकत्ता) सहित सुपार्श्व-गौरव भक्त मंडल परिवार एवं सकल जैन समाज को आमंत्रित किया गया है।
*राजधानी में इन मंदिरों में सजेगी झांकियां*
बापू नगर स्थित टोडरमल स्मारक भवन में ” इन भावों का फल क्या होगा ? ” , मुहाना मंडी रोड स्थित केसर चौराहे के केसरिया पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में ” सिद्ध क्षेत्र अंतरिक्ष पार्श्वनाथ “, दुर्गापूरा स्थित चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में ” 1947 एक वास्तविक धार्मिक कहानी ” ( जैन मूर्तियों को मुल्तान (पाकिस्तान) से भारत लेकर आने एवं प्रभु के चमत्कारों पर आधारित, गोपालपुरा बाईपास स्थित मंडल विहार दिगंबर जैन मंदिर में ” अतिशय क्षेत्र जहाजपुर ” पर आधारित, थड़ी मार्केट स्थित दिगंबर जैन मंदिर में ” गतियों का जाल ” मानसरोवर एक्सटेंशन स्थित राधा निकुंज जैन मंदिर में ” मुक्तागिरी ” पर आधारित, अंबाबाड़ी स्थित आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में ” गतिभ्रमण से मोक्षमार्ग तक ” पर आधारित सहित अन्य जैन मंदिरों में भी संजीव झाकियां सजाई गई है। जिसका सकल दिगंबर जैन समाज अवलोकन करेगा। झाकियों के उद्घाटन से पूर्व दशलक्षण पर्व के प्रवचन होंगे।