बीकानेर,सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के मानव विकास और परिवारिक अध्ययन विभाग द्वारा शनिवार को ‘आभार दिवस’ मनाया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. विमला डुंकवाल ने प्रकृति, धरती, अभिभावकों एवं शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
डॉ. मंजू राठौड़ ने कहा कि आभार व्यक्त करने से अस्तित्व के विज्ञान में बदलाव नहीं किया जा सकता, लेकिन उस परिस्थिति के साथ सामंजस्य स्थापित कर सौहार्दपूर्ण जीवन जीने की क्षमता मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी दिनचर्या में सकारात्मक अभिकथन सम्मिलित करने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान विद्यार्थियों ने भी अपनी भावनाएं साझा की और शिक्षकों, माता-पिता एवं मित्रों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि आभार व्यक्त करने से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।
समारोह में सभी ने आभार की शक्ति का महत्व समझा और इसे जीवन में अपनाने का प्रण लिया। इस दौरान छात्र- छात्राओं ने महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं शैक्षणोतर स्टाफ का तिलक लगाकर स्वागत किया और कृतज्ञता जताई।