बीकानेर,शैक्षणिक सत्र के मध्य में तबादलों और क्रमोन्नत विद्यालयों में पद स्वीकृत नहीं होने से बीकानेर सहित प्रदेश भर के ग्रामीण विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात गड़बड़ा गया है.
ऊपर विद्यालयों के केवल तीन उदाहरण दिए गए हैं। बीकानेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश विद्यालयों का यही हाल है। जहां बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई लेक्चरर नहीं है। बीकानेर जिले के 622 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में व्याख्याताओं के 27 प्रतिशत और द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के 42 प्रतिशत पद रिक्त हैं.
इतना ही नहीं पिछले साल सितंबर माह में खाली पदों में हुए तबादलों में 8 हजार व्याख्याताओं और करीब 2 हजार सेकेंड ग्रेड शिक्षकों का इधर-उधर तबादला कर दिया गया. अधिकतर शिक्षकों को तबादलों के दौरान शहरी क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थापन मिला। अभी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पद खाली हैं। वहां बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। बीकानेर जिले के 622 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के व्याख्याता के 2964 पद रिक्त चल रहे हैं. इनमें व्याख्याता के 425 पद, द्वितीय श्रेणी शिक्षक के 1115 पद, स्तर एक के 758 पद और स्तर द्वितीय के 666 पद शामिल हैं।
व्याख्याता-द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के परिणाम का इंतजार है
शिक्षा विभाग में व्याख्याता एवं द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा गत वर्ष अक्टूबर एवं दिसम्बर माह में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था. व्याख्याता के 6 हजार पदों पर भर्ती के लिए 11 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक और द्वितीय श्रेणी शिक्षक के 9760 पदों पर भर्ती के लिए 21 दिसंबर से 27 दिसंबर 2022 तक परीक्षा आयोजित की गई थी. परीक्षा का अंतिम परिणाम अभी घोषित नहीं किया गया है।