जयपुर,राजस्थान में नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग हो रही है। सब कुछ गलत हो रहा है। ये बच्चियां कहां से आ रही हैं, कौन-कौन से प्रदेश से आ रही हैं, मुझे जवाब चाहिए। ये बहुत बड़ा रैकेट है। इस मामले में राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर और सभी एसपी को इस बात की पूरी जानकारी है। लेकिन उन्होंने आंखों पर पट्टी बांध रखी है। मैं पिछले तीन दिन से डीजीपी और मुख्य सचिव उषा शर्मा से मुलाकात करना चाह रही हूं। लेकिन डीजीपी मिलने में इंटरेस्टेड नहीं हैं। हमारा ऑफिस तीन दिन से डीजीपी ऑफिस के साथ तालमेल कर रहा है। पहले उन्होंने मिलने के् लिए हां करी। बाद में कहा रिटायर हो रहे हैं। दूसरे अधिकारी को भेजेंगे। आज जब से मैंने यहां कदम रखा है, मैं फोन कर रही हूं। अभी बात हुई है और डीजीपी मिलने के इच्छुक नहीं हैं।”
यह कहना है राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का। जयपुर आई राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि राजस्थान में नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग हो रही है। सब कुछ गलत हो रहा है। ये बच्चियां कहां से आ रही हैं, मुझे जवाब चाहिए। मैं तो कहूंगी केंद्र में एसआईटी या कोई जांच कमेटी बैठाई जाए। कोई बहुत बड़ी जांच होनी चाहिए कि ये लड़कियां कहां से आ रही हैं और कहां जा रही हैं। केवल भीलवाड़ा ही नहीं सवाईमाधोपुर, भरतपुर और जहां-जहां हाईवेज हैं, सभी जगह ऐसा हो रहा है। राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर और सभी एसपी को इस बात की पूरी जानकारी है। लेकिन उन्होंने आंखों पर पट्टी बांध रखी है।उन्होंने कहा कि मैं पिछले तीन दिन से डीजीपी और मुख्य सचिव उषा शर्मा से मुलाकात करना चाह रही हूं। लेकिन डीजीपी मिलने में इंट्रैस्टेड नहीं हैं। जबकि सीएस उषा शर्मा के किसी काम से बाहर व्यस्त होने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी है। हमारा ऑफिस तीन दिन से डीजीपी ऑफिस के साथ तालमेल कर रहा है। पहले उन्होंने मिलने के् लिए हां करी। बाद में कहा रिटायर हो रहे हैं दूसरे अधिकारी को भेजेंगे। आज जब से मैंने यहां कदम रखा है, मैं फोन कर रही हूं। अभी बात हुई है और डीजीपी मिलने के इच्छुक नहीं हैं। मैं खुद और जो मेरी टीम देखकर आई वो उनसे डिस्कस करना था। अभी डीजीपी के पास तीन वर्किंग डे हैं। उसके बावजूद उन्होंने मुझे कहा मैं अपना पर्सनल काम वाइंड अप कर रहा हूँ। इसलिए मैं अपने जूनियर ऑफिसर्स को आपसे मिलने भेज रहा हूं। सोच सकते हैं कि एक प्रदेश का डीजीपी महिलाओं के मुद्दों पर बात करने या गम्भीरता से लेने को को इंट्रैस्टेड लेने नहीं है। अगर वो सुनेंगे नहीं तो उस पर काम क्या करेंगे। पिछले दो-ढाई साल से डीजीपी बैठे हैं। वो सुनने और उस पर काम करने में इंट्रैस्टेड नहीं हैं। रेखा शर्मा ने कहा- डीजीपी एमएल लाठर कह रहे हैं कि ये झूठ है। मैं तो कल अपनी आंखों देखी कहानी बता रही हूँ। लेकिन एसपी को सब कुछ पता है। जब मैंने कहा कि जो गलत यह काम करवा रहे हैं, उनका फोन जब्त करके मुझे सीडीआर रिपोर्ट दें। एफआईआर दर्ज कर उसकी मुझे रिपोर्ट दीजिए। तो उन्होंने साफ मना कर दिया। क्योंकि उसमें जरूर कुछ ऐसे नम्बर होंगे जो रिलीज नहीं होने देना चाहते हैं। मैं तो यह कहना चाहूंगी कि ये उनका पैसा खाने का जरिया है। जो महिलाएं अपने मन से भी यह व्यापार करना चाहती हैं, उनसे भी डरा धमकाकर वसूली होती है। माइनर लड़कियां बिक रही हैं। ये सब पुलिस को पता है। लाठर जी और हर एसपी को पता है।