बीकानेर,प्रदेश कांग्रेस में पिछले डेढ़ साल से भंग हैं 400 ब्लॉक अध्यक्षों के पद, ब्लॉक अध्यक्ष के पद रिक्त होने से संगठन का कामकाज हो रहा प्रभावित,साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के तहत भी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों की कवायद शुरू हुई*
जयपुर। प्रदेश कांग्रेस के पिछले डेढ़ साल से रिक्त चल रहे 400 ब्लॉक अध्यक्षों की कमी इन दिनों प्रदेश कांग्रेस को खल रही है। ब्लॉक अध्यक्ष के पद रिक्त होने के चलते ब्लॉक लेवल पर संगठन के कामकाज तो प्रभावित हो रही हैं बल्कि सरकार की उपलब्धियों का भी जनता में प्रचार-प्रसार नहीं हो पा रहा है।
संगठन के कामकाज प्रभावित होते देख और संगठन की मजबूती के लिए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ब्लॉक अध्यक्षों की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश के 400 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर रोड मैप तैयार किया जा रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो फरवरी माह के आखिर तक प्रदेश में 400 ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी जाएगी।
मंत्री-विधायकों और जिलाध्यक्षों से मांगे नाम
जानकारों की मानें तो प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से कांग्रेस विधायकों, मंत्रियों और वर्तमान और निवर्तमान जिलाध्यक्षों से ब्लॉक अध्यक्ष के लिए नाम मांगे गए हैं। हालांकि प्रदेश में अभी सदस्यता अभियान भी चल रहा है और उसके बाद संगठन चुनाव के जरिए नियुक्तियां होनी हैं, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अब ज्यादा इंतजार के मूड में नहीं हैं।
संगठन का कामकाज प्रभावित होते देख ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति की कवायद शुरू की गई हैं। बताया जाता है कि जनवरी माह के आखिर तक सभी ब्लॉक अध्यक्षों के संभावित नामों को लेकर सूची तैयार करके दिल्ली भेजी जाएगी और उसके बाद फरवरी माह के आखिर तक दिल्ली से ब्लॉक अध्यक्षों की सूची जारी होगी।
हर विधानसभा क्षेत्र में बनेंगे दो ब्लॉक अध्यक्ष
प्रदेश के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से कांग्रेस संगठन के लिहाज से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 2 ब्लॉक अध्यक्ष बनाए जाएंगे इस लिहाज से 20 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के 400 ब्लॉक अध्यक्ष बनेंगे।
इसलिए भी अहम है ब्लॉक अध्यक्ष का पद
दरअसल कांग्रेस संगठन में ब्लॉक अध्यक्ष का पद काफी अहम माना । प्रदेश में साल 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं और विधानसभा चुनाव में ब्लॉक अध्यक्ष और उसकी कार्यकारिणी चुनाव में काफी अहम रोल अदा करती है। इसी के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को प्राथमिकता पर लिया है, जिससे विधानसभा चुनाव की तैयारियो को लेकर शुरू किए जाने वाले कामकाज प्रभावित न हों। साथ ही ब्लॉक लेवल स्तर पर चुनाव को लेकर संगठनात्मक गतिविधियां तेज की जाएं।
डेढ़ साल से भंग से हैं कांग्रेस के 400 ब्लॉक अध्यक्ष
प्रदेश में साल 2020 में सचिन पायलट कैंप की ओर से बगावत करने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेस के सभी 400 ब्लॉक अध्यक्षों और ब्लॉक कार्यकारिणी को भंग कर दिया था। और उसके बाद से अभी तक ब्लॉक भंग पड़े हैं जिससे संगठन का कामकाज प्रभावित हो रहा था।
ब्लॉक की संख्या बढ़ाने पर भी चल रही कवायद
प्रदेश कांग्रेस की ओर से जनसंख्या घनत्व के हिसाब से प्रदेश कांग्रेस ने ब्लॉक अध्यक्षों की संख्या बढ़ाए जाने को लेकर भी कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस का तर्क है कि जब जिलाध्यक्षों की संख्या बढ़ सकती है तो फिर ब्लॉक अध्यक्षों की संख्या भी बढ़ानी चाहिए इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से एक प्रपोजल तैयार करके एआईसीसी को भेजा गया है। हालांकि इस प्रपोजल अभी तक मंजूरी नहीं मिल पाई है।