बीकानेर,श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति, नगर निगम, नगर विकास न्यास,बीकानेर तथा राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में श्री लक्ष्मी नाथ मंदिर परिसर में कभक्ति संगीत संध्या “नंद के आनंद भयो” आयोजित की गई
समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि गोवर्धन (मथुरा) से आये दीपक शर्मा की “श्री गिर्राज ब्रज लोक कला संस्थान “की 20 सदस्यीय टीम ने श्री कृष्णा राधा के भक्ति तथा प्रेम से भरे गीत, संगीत, नृत्य तथा तथा श्री कृष्ण की लीलाओं से उपस्थित जन समूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भक्ति संगीत संध्या का शुभारंभ श्री गणेश वंदना, मंगलाचरण,तत्पश्चात ठाकुर जी श्री लक्ष्मीनाथ जी की आरती तथा बृजवंदना से हुआ।
इसके बाद कलाकारों ने भीगे रस से भरी राधा रानी लागे,आज ब्रज में होली रे रसिया, दे गो रस को दान री मस्तानी गुजरिया, बरसाने की मोर कुटी पर मोर बन आयो रसिया, नाम मेरी राधा रानी का, मधुबन में जो कन्हैया किसी गोपी से मिले आदि गीतों के द्वारा श्री कृष्ण -राधा जी की ग्वाल- बाल तथा गोपियों के साथ एक के बाद एक लीलाएं मनोहारी नृत्य के साथ प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का समापन भगवान श्री कृष्ण के जन्म के भजनों -नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की,
लाला जनम सुन आई,यशोदा भैया दे दो बधाई ,
ब्रज में हो रही जय जयकार नंद घर लाला जायो है -से हुआ।
कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
भक्ति संगीत संध्या में सी.ओ .सिटी हिमांशु शर्मा, शहर भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य,प्रदेश सेवादल उपाध्यक्ष कमल कल्ला,पूर्व शहर भाजपा अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य, शहर भाजपा उपाध्यक्ष गोकुल जोशी, कोतवाली थानाधिकारी राजीव रॉयल,कर्मचारी नेता महेश व्यास, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोडा अतिथि के रूप में शामिल हुए।
अतिथियों का स्वागत श्रीरतन तंबोली, अशोक जसमतिया, शिवचंद तिवाडी, विनोद महात्मा,महेंद्र सोनी,धीरज जैन, घनश्याम महात्मा,हरी सोनी,मनोज सेवग,शिव प्रकाश सोनी, अनिल सोनी,हनुमन्त आसोपा,बजरंग लाल व्यास,रामप्रसाद मिश्रा,विकास दैया ने किया।
श्री लक्ष्मी नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी शंकर लाल सेवग ने बताया की श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में रात्रि 12:00 कंस का वध किया गया, तत्पश्चात कथा वाचक श्री सोमनारायण व्यास द्वारा भगवान की कथा तथा भगवान की जन्म पत्री का वाचन किया गया।
इसके बाद आरती हुई,तथा भक्तों को पंजीरी तथा पंचामृत का प्रसाद वितरण किया गया।